अपडेटेड 21 June 2024 at 10:06 IST

NEET पेपर लीक कांड में बड़ा खुलासा, बिहार के अतुल और अंशुल दो सॉल्वर; ऐसे काम कर रहा था गैंग

NEET पेपर लीक कांड में पुलिस सूत्रों ने बताया कि अतुल वत्सय और अंशुल सिंह नाम के दो शख्स पेपर सेट करते थे। छात्रों से मोटी रकम लेकर पास करवाने का काम होता था।

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neet paper leak case
NEET पेपर लीक कांड | Image: PTI

NEET Paper Leak Case: मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट (NEET) के पेपर लीक कांड में परत-दर परत नए और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। पेपर लीक मामले को लेकर पुलिस की तफ्तीश तेज है। इसी बीच पुलिस सूत्रों से बड़ी जानकारी मिली है कि अतुल वत्सय और अंशुल सिंह नाम के दो शख्स पेपर सेट करते थे। अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर पास करवाने का काम होता था। पुलिस सूत्रों ने बताया है कि EOU के निशाने पर दो सेटर अतुल वत्सय और अंशुल सिंह आए हैं। ये दोनों वैशाली के रहने वाले बताए जा रहे हैं।

पुलिस सूत्र बता रहे हैं कि अनुसंधान के दौरान अतुल वत्सय और अंशुल सिंह के नाम मुख्य रूप से सामने आ रहे हैं। इसकी जांच EOU कर रही है। इन दोनों के सह पर ही अमित आनंद और नीतीश कुमार बिहार में प्रतियोगिता परीक्षा में सेटर का काम किया करते हैं। अलग-अलग प्रतियोगिता परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को मोटी रकम लेकर पास करवाने का काम ये लोग करते हैं। अतुल वत्सय पिछले कई महीने से महाराष्ट्र के एक शहर में रह रहा है।

पेपर लीक कांड के बाद छात्रों में गुस्सा

NEET एग्जाम में कथित अनियमितताओं के खिलाफ देशभर के छात्रों का गुस्सा फूटा हुआ है। अलग-अलग शहरों में छात्र पेपर लीक को लेकर सड़कों पर उतरे हुए हैं और नीट परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं। NEET की परीक्षा बेहद टफ मानी जाती है। इसलिए छात्र परीक्षा की तैयारी में खुद को झोंक देते हैं। फिलहाल गड़बड़ी की 'छिटपुट' घटनाओं से लाखों छात्रों पर असर डाल दिया है। नीट पेपर लीक के बाद राजनीति भी जमकर हो रही है।

पेपर लीक कांड में तेजस्वी यादव तक कनेक्शन जुड़ा

पेपर लीक कांड में तेजस्वी यादव तक कनेक्शन जुड़ गया है। पेपरलीक केस में गिरफ्तार अनुराग और उसके फूफा सिकंदर का तेजस्वी के पीएस के साथ संबंध बताए जा रहे हैं। बीजेपी का दावा है कि लालू परिवार से नीट पेपर लीक के आरोपी सिकंदर का पुराना संबंध है और इसलिए कथित रूप से तेजस्वी यादव के कहने पर उनके PS ने सिकंदर के लिए गेस्ट हाउस में रूम बुक करवाया था।

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इस कनेक्शन को आसानी से ऐसे समझ सकते हैं कि पेपरलीक केस में मुख्य आरोपी सिकंदर बताया जाता है, जो एक सरकारी कर्मचारी है। नगर विकास विभाग में जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु के पास कथित रूप से कई नीट प्रवेश पत्र और प्रश्नपत्र मिले थे। सिकंदर के कबूलनामे के आधार पर ही इस कांड में 4 नाम आए थे, जिनमें आयुष, अमित और नीतीश और संजीव सिंह शामिल हैं। बीजेपी दावा करती है कि सिकंदर यादवेंदु ने तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम कुमार से पैरवी करके एनएचएआई का गेस्ट हाउस बुक कराया था। आरोप है कि सिकंदर ने एग्जाम से एक दिन पहले 4 छात्रों को पेपर प्रश्न और उनके उत्तर याद कराए थे। इन छात्रों को एनएचएआई के गेस्ट हाउस में ही बुलाया गया था, जहां उसके लिए एक कमरा बुक था।

बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा आरोप लगाते हैं कि पेपर लीक मामले में आरोपी सिकंदर और तेजस्वी यादव के निजी सचिव प्रीतम दोनों एक दूसरे के करीबी हैं। इससे पूरे पेपर कांड का सीधा कनेक्शन तेजस्वी यादव से जुड़ गया है।

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Published By : Amit Bajpayee

पब्लिश्ड 21 June 2024 at 10:06 IST