अपडेटेड 30 December 2024 at 18:02 IST

'मौलाना ने फतवा ही नहीं अपनी कट्टरपंथी सोच जारी की', शहाबुद्दीन रजवी पर भड़के मोहसिन रजा

मौलाना शहाबुद्दीन रजवी के फतवे को लेकर मोहसिन रजा ने कहा कि मौलाना ने फतवा ही नहीं अपनी कट्टरपंथी सोच जारी की है।

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Mohsin Raza got angry at Shahabuddin Razvi
Mohsin Raza got angry at Shahabuddin Razvi | Image: X

नए साल से पहले ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी (Maulana Shahabuddin Razvi Bareilvi) ने मुसलमानों से कहा है कि वो नया साल का जश्न ना मनाए। उन्होंने मुस्लिमों के लिए नए साल का जश्न मनाना नाजायज बताया और इसे लेकर फतवा भी जारी किया है।

मौलाना शहाबुद्दीन रजवी की ओर नए साल पर मुबारकबाद और जश्न से मना करने के संबंध में जारी फतवा को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता मोहसिन रजा ने कहा कि मौलाना ने फतवा ही नहीं अपनी कट्टरपंथी सोच जारी की है। ये लोग यह बता रहे हैं ये जो नया साल आ रहा है इसपर मुबारकबाद न दीजिएगा यह ईसाइयों का साल है। इसी तरफ हिन्दू समाज के त्यौहार में मत जाइयेगा वरना दिन से निकल जाइयेगा फिर आपको कलमा पढ़ना पड़ेगा।

मोहसिन रजा ने कहा कि आप इन जैसों का फतवा वहां कभी नहीं देखिएगा जहां इन्हीं के जैसे लोग इंसानों की गर्दन काटते हैं और अल्लाह हो अकबर कह रहे हों। ऐसे लोगों से हम सभी लोगों को बचने की जरूरत है और हमारे देश की एजेंसियों को इनपर नजर रखने की जरूरत है जो एकता और अखंडता पर हमला करते हैं।

मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने जारी किया फतवा

बरेली के मौलाना और ऑल इंडिया मुस्लिम जमात (All India Tanzeem Ulama-e-islam) के राष्ट्रीय अध्यक्ष   शहाबुद्दीन रजवी ने फतवा जारी कर नए साल के जश्न को शरीयत में नाजायज करार दिया है। फतवा में कहा गया है नए साल को लेकर लड़के और लड़कियां जो जश्न मानती हैं वो इस्लाम में शरीयत के खिलाफ है। मौलाना ने देशभर के मुसलमानों से अपील की है कि वो नया साल ना मनाए क्यों कि शरियत में ये काम मुजरिमों वाला है।

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नए साल के जश्न पर मौलाना शहाबुद्दीन रजवी का फतवा

मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने नए साल के जश्न पर कहा, "चश्मे दरफ्ता बरेली शरीफ ने नए साल के जश्न को लेकर एक फ़तवा जारी किया गया है। नए साल पर जो नौजवान युवा और युवती जश्न मनाते हैं इस फ़तवे में उन्हें हिदायत दी गई है कि नए साल का जश्न मनाना फक्र की बात नहीं है और न ही ये जश्न मनाया जाना चाहिए और इसकी बधाई दी जानी चाहिए।

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इसे भी पढ़ें: 'गैर मजहब के त्योहार में ना हों शामिल', नए साल के जश्न पर मौलाना शहाबुद्दीन रजवी का फतवा; बताया शरीयत के खिलाफ

Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 30 December 2024 at 18:02 IST