अपडेटेड May 6th 2025, 13:35 IST
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद दोनों भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। दोनों देशों के बीच तनाव के बीच 7 मई को देशभर में सुरक्षा मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाना है। सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल के आयोजन के संबंध में केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन द्वारा बुलाई गई बैठक खत्म हो गई है। बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं।
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान के साथ बढ़े तनाव के बीच बुधवार, 7 मई को देशभर में होने वाली सुरक्षा मॉक ड्रिल को लेकर केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने दिल्ली में अहम बैठक बुलाई थी। बैठक में डीजी, सिविल डिफेंस और डीजी NDRF समेत कई उच्च पदस्थ अधिकारी शामिल हुए। बैठक में गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने सिविल डिफेंस तंत्र को मजबूत करने की तैयारियों की समीक्षा की।
देशभर में 7 मई को प्रभावी नागरिक सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल के आयोजन के संबंध में केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन द्वारा बुलाई गई बैठक संपन्न हो गई। गृह मंत्रालय की बैठक के बाद राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक सदस्य ने बताया कि बैठक के बाद हम तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। जिन खामियों को दूर किया जाना है, उनकी पहचान कर ली गई है। इस पर तुरंत काम किया जाएगा। देश के 244 जिलों में सिविल डिफेंस को लेकर तैयारियां की जा रही हैं।
मॉक ड्रिल के लिए गृह मंत्रालय के आदेश के बाद देश के अलग हिस्सों में आज, 6 मई को इसका अभ्यास कराया जा रहा है। सिविल डिफेंस, पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने लखनऊ की पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल का अभ्यास किया। जम्मू के एक स्कूल में छात्रों को मॉक ड्रिल अभ्यास के दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
बात दें कि इससे पहले इस तरह की मॉक ड्रिल भारत और पाकिस्तान के बीच साल 1971 में हुए युद्ध के दौरान हुई थी। अब पहलगाम आतंकी हमले के बाद बिगड़े हालातों के बीच एक बार फिर ऐसा अभ्यास कराया जा रहा है। इसे लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं। वहीं, भारत के एक्शन से पड़ोसी मूल्क पाकिस्तान में भी खलबली मची हुई है।
पब्लिश्ड May 6th 2025, 13:34 IST