अपडेटेड 27 June 2024 at 12:34 IST
सैम पित्रोदा की दोबारा नियुक्ति पर उठा बवंडर, BJP नेता बोले- गांधी परिवार ने जता दिया वो सिख विरोधी
राहुल के नेता प्रतिपक्ष बनते ही सैम पित्रोदा को उनका खोया सम्मान लौटा दिया गया। BJP नेता सिरसा ने इसे सिख विरोधी फैसला करार दिया। आखिर क्यों?

Sam Pitroda Re Appointment: मनजिंदर सिंह सिरसा ने सैम पित्रोदा को उनका तख्तोताज सौंपे जाने पर सख्त ऐतराज जताया। पित्रोदा के सिख दंगों को लेकर दिए गए विवादित बयान को आधार बना कहा इन्होंने फिर जता दिया है कि ये सिखों से नफरत करते थे और आगे भी नफरत करते रहेंगे, चाहें सिख समाज इन्हें भर भरकर वोट देता रहे।
सैम पित्रोदा ने लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान उत्तर और दक्षिण भारतीयों को लेकर अनर्गल बात कही। इस पर शोर मचा, दबाव बढ़ा तो कांग्रेस ने इसे पित्रोदा का निजी बयान बता किनारा कर लिया। इसके बाद वरिष्ठ कांग्रेसी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अब जब लोकसभा चुनाव संपन्न हो गए हैं और कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी के तौर पर उभरी है तो पित्रोदा जिन्हें राहुल गांधी का मुख्य सलाहकार भी कहा जाता है को उनका पद लौटा दिया गया है। सब हैरान इसी फैसले पर हैं और बीजेपी ने इस पर ही प्रहार किया है।
मनजिंदर सिंह का फूटा गुस्सा
मनजिंदर सिंह ने सिख दंगों की याद दिला गांधी परिवार को सिख विरोधी बताया। कहा-सैम पित्रोदा को फिर से एक बार ऊँचा ओहदा देकर राहुल गाँधी ने ये साबित किया है कि सिखों का विरोध करने वालों को और सिख क़त्लेआम को जायज़ ठहराने वाले को कांग्रेस और गांधी परिवार हमेशा से शाबाशी देता आया है और आगे भी देता रहेगा ये वही सैम पित्रोदा हैं जिन्होंने 1984 क़त्लेआम को “हुआ तो हुआ” कहकर सही करार दिया था। सिरसा के मुताबिक राहुल वही कर रहे हैं जो राजीव गांधी ने किया था। वो भी नफरत करते थे और ये भी नफरत कर रहे हैं।
आखिर मनजिंदर सिंह सिरसा ने सिख विरोधी दंगों का जिक्र क्यों किया?
सिख विरोधी दंगे 1984 में हुए थे। 31 अक्टूबर 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या उनके सिख बॉडीगार्ड ने कर दी थी। जिसके बाद पूरे देश में सिख विरोधी दंगे हुए थे। दंगे में 3 हजार सिखों की जान चली गई थी। हालांकि इस दंगे की जांच करने वाले सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस जीटी नानावटी ने कहा था कि राजीव गांधी के खिलाफ इस बात के कोई सबूत नहीं है कि उन्होंने सिखों पर हमले को लेकर कुछ कहा था।
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पित्रोदा ने क्या दिया था बयान
2019 में मीडिया में पित्रोदा का एक बयान सुर्खियों में था। मई 2019 में कांग्रेस नेता ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक बयान में कहा, ' मैं इसके बारे में नहीं सोचता, यह भी एक और झूठ है. 1984 की बारे में अब क्या? आपने पिछले 5 साल में क्या किया. 84 में हुआ तो हुआ। आपने क्या किया'? तब भी इस बयान पर काफी हंगामा मचा था और बीजेपी ने माफी की मांग की थी।
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Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 27 June 2024 at 11:27 IST