Published 18:53 IST, November 27th 2024
पदयात्रा में महंत राजू दास के पैरों में पड़े छाले, बोले-हिंदुओं को जगाने निकले हैं, ये दर्द कुछ नहीं
महंत राजू दास ने कहा कि 2047 तक भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की बात की जा रही है। ये हम नहीं होने देंगे, हमें प्राणों की चिंता नहीं है।
Mahant Raju Das Statement: हिंदुओं को एकजुट करने के मकसद से इस समय देश में पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा चल रही है। उनकी इस यात्रा का हिस्सा साधु-संत भी बन रहे हैं। अयोध्या के हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास भी लगातार इस पदयात्रा में चल रहे हैं। वह हिंदुओं को एकता का संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं।
महंत राजू दास ने यात्रा में तीखा संदेश दिया। उन्होंने हिंदुओं को आगाह करते हुए कहा कि अगर आज नहीं जागे तो वही हाल होगा जो बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में हिंदुओं का हुआ। उन्होंने इस दौरान तलवार और शस्त्र उठाने की अपील करते हुए, 4 लाख से अधिक मंदिरों को मुक्त कराने और हिंदू संस्कृति को बचाने का आह्वान किया।
धीरेंद्र शास्त्री की 'सनातन हिंदू एकता' पदयात्रा पिछले 7 दिनों से चल रही है। यह अब उत्तर प्रदेश के सकरार पहुंच गई। इस दौरान यात्रा में लगातार चल रहे हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास के पैरों में छाले भी पड़ गए। इस दौरान उनके पैरों पर पट्टी भी की गई।
‘नहीं जागे हिंदू तो…’
महंत राजू दास ने कहा कि यह तकलीफ कुछ भी नहीं है। आप देखो क्या स्थिति है बांग्लादेश में... जहां हमारी बहनों की इज्जत को सरेआम लूटा जा रहा हैं, हमारे मंदिर जलाए जा रहे हैं, पाकिस्तान और अफगानिस्तान की स्थिति आज क्या है। उसके आगे यह कुछ भी नहीं है। अभी कुछ हिंदू जगे हैं, इस यात्रा में मैं सभी सनातनियों और हिंदुओं से अपील करूंगा कि आप जग जाओ, नहीं जगोगे तो फिर आपकी स्थिति वही होगी जो बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान में हिन्दुओ की हुई है। इसलिए हम जगाने निकले हैं और यह दर्द कुछ नहीं है।
‘शस्त्र उठाओ और एक हो जाओ’… बांग्लादेश के हिंदुओं को संदेश
बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि जो सेक्युलर भाई हैं, जो गिरगिट जैसे रंग बदलते हैं... उनसे मैं पूछना चाहूंगा कि संभल में कोर्ट के आदेश पर सर्वे हुआ। वहां पुलिस पर हमला हुआ। यह लोग संविधान को नहीं मानते। बांग्लादेश में चिन्मय दास हिंदुओं के लिए आवाज उठा रहे थे। बांग्लादेश के हिन्दुओ से आह्वान करते हैं कि तलवार उठाओ, शस्त्र उठाओ और एक हो जाओ नहीं तो तुम्हारा अंत तय है।
महंत राजू दास ने कहा कि इस यात्रा का एक उद्देश्य सिर्फ सनातनियों को जगाना है। हमारा किसी से द्वेष नहीं है। हम अपनों को जगाने निकले हैं। सनातन बोर्ड पर उन्होंने कहा कि हमारे 4 लाख से ऊपर मंदिरों को मुक्त करो। जब धर्म के आधार पर देश का बंटवारा हो गया तो अब हिंदू-मुसलमान नहीं होना चाहिए। हिंदू जहां बहुसंख्यक है तब ही ये देश सेक्लुयर है, यहां देश में संविधान का राज है। तभी सभी धर्म और जाति के लोग आराम से रह रहे हैं।
‘जब एक देश एक संविधान तो वर्शिप एक्ट का काम?’
महंत ने आगे यह भी कहा कि 700 साल हम गुलाम थे, जिन्होंने सनातन को मिटाने का प्रयास किया। हमारे मठों को तोड़ा, गुरुकुलों को ध्वस्त किया, विश्वविद्यालय (नालंदा यूनिवर्सिटी) को जलाया गया। उन्होंने यह भी कहा कि जब एक देश एक संविधान की बात करते हो, वर्शिप एक्ट का क्या काम है? ये सनातन का देश है, संस्कृति का देश है। 2047 तक भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की बात की जा रही है। ये हम नहीं होने देंगे, हमें प्राणों की चिंता नहीं है।
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Updated 18:53 IST, November 27th 2024