अपडेटेड 27 June 2025 at 20:47 IST
Ratlam: मध्य प्रदेश के रतलाम से एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है। सीएम मोहन यादव का काफिला 'एमपी राइज 2025' कॉन्क्लेव में शामिल होने जा रहा था। लेकिन इससे पहले जो हुआ उसने प्रशासन की सांसें अटका दी।
दरअसल, मुख्यमंत्री मोहन यादव के काफिले में डीजल की जगह पानी भरने का मामला सामने आया है। गुरुवार रात करीब 10 बजे की बात है जब काफिले की लगभग 19 गाड़ियां ढोसी गांव के पास भारत पेट्रोल पंप पर डीजल भरवाने रुका। लेकिन असली ड्राम तब शुरू हुआ जब गाड़ियां कुछ किलोमीटर चलने के बाद धीरे-धीरे कर रुकने लगीं। जी हां, डीजल भरवाने के बाद सभी गाड़ियां अचानक चलते-चलते बंद हो गईं।
वहीं अधिकारियों को जब काफिले की गाड़ियों में खराबी की भनक लगी तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में मौके पर पहुंचे अफसरों ने जब गाड़ियों के डीजल टैंक की जांच कराई तो सच्चाई सामने आई। गाड़ियों के डीजल टैंक खुलवाने पर पता चला कि डीजल में पानी मिला था। जो गाड़ी 20 लीटर डीजल पर दौड़नी थी उसमें 10 लीटर पानी मिला हुआ था। यही वजह थी कि गाड़ियां 10 लीटर पानी के साथ घुटने टेक चुकी थी।
इसके बाद अधिकाारियों ने भारत पेट्रोलियम के क्षेत्रीय प्रबंधक श्रीधर को बुलाया। इस दौरान पेट्रोल पंप कर्मचारियों ने दावा किया कि बारिश की वजह से टैंक में पानी घुस गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पेट्रोल पंप को सील कर दिया गया है। साथ ही इंदौर से दूसरी गाड़ियों का इंतजाम कर सीएम के कॉन्क्लेव आने की व्यवस्था फिर से की गई।
इस पूरे मामले पर पेट्रोल पंप एसोसिएशन के महासचिव नकुल शर्मा का कहना है कि ज्यादा बारिश में ये संभव है। लेकिन इसे रोका जा सकता था। उन्होंने इसे चूक बताते हुए कहा कि अगर समय-समय पर वाटर टेस्टिंग पेस्ट से जांच की जाती तो इस घटना को रोका जा सकता था। दूसरी ओर पेट्रोल पंप पर ही मौजूद ग्राहकों ने सख्त जांच की मांग उठाई।
पब्लिश्ड 27 June 2025 at 20:41 IST