अपडेटेड 14 April 2025 at 18:23 IST
MP: 'जगदगुरु का सिर कलम करूंगा, टुकड़े-टुकड़े करके खाऊंगा', देवी-देवताओं को गाली देने का विरोध करने पर स्वामी को मिली धमकी
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 8 अप्रैल को इस विवाद की शुरुआत तब हुई थी जब एक विशेष समुदाय के शख्स ने सोशल मीडिया पर बूढ़ी खेर माई पर अभद्र टिप्पणी की थी।
- भारत
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सत्य विजय सिंह
जगद्गुरु स्वामी राघव देवाचार्य को विशेष समुदाय के कुछ अराजक तत्वों ने जान से मारने की धमकी दी है। सोशल मीडिया के इंस्टाग्राम प्लेटफॉर्म पर एक खास समुदाय के युवकों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। इसके अलावा इन ढीठ युवकों ने हिन्दू देवी-देवताओं के बारे में भी अभद्र टिप्पणी भी की है। सुखानंद द्वाराचार्य स्वामी राघव देवाचार्य के नाम से विख्यात संत हैं और उन्होंने इसके पहले हिन्दू देवी-देवताओं को लेकर इंस्टाग्राम में विशेष समुदाय के युवकों द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर विरोध दर्ज करवाया था। इसी वजह से उन युवकों ने एक बार फिर देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी की और स्वामी राघव देवाचार्य को जान से मारने की धमकी दी है।
इंस्टाग्राम पर मिली इस धमकी के बाद स्वामी राघव देवाचार्य ने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज किया है। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 299, 296, 351-(2) के तहत मुकदमा दर्ज किया है। जबलपुर के मदन महल पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने की एक दर्जन से ज्यादा इंस्टाग्राम अकाउंटस की पहचान की है और साइबर टीम के जरिए आरोपियों के सोशल मीडिया अकाउंटस की पड़ताल करवाई जा रही है। संत को धमकी देने की घटना से हिंदूवादी संगठन भड़के हुए हैं। विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, करणी सेना सहित अन्य संगठनों ने प्रशासन को आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए अल्टीमेटम दिया है।
महाराज जी का सिर कलम कर देंगे, सर कटवा देंगे और जगद्गुरु के टुकड़े करके खा...
जगद्गुरु स्वामी राघव देवाचार्य ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया, "मुझे बूढ़ी खेर माई के बारे में बताया गया कि वहां बूढ़ी खेर माता जी को गालियां दी गई हैं। हमारे राम मंदिर भगवान राम के प्रति गालियां दी गई हैं। भारत माता के प्रति गालियां दी गई हैं। हिन्दू महिलाओं के ऊपर मांस के टुकड़े फेंके गए हैं जब वो मंदिरों में दर्शन के लिए गईं थीं। वहां के मुसलमानों ने महिलाओं को अपनी गाड़ियों में बैठाने की कोशिश की। कुछ दिन पहले दशहरे के मौके पर उन पर तेजाब का छिड़काव किया गया था। इन सब बातों को लेकर हिन्दू पक्ष के लोग विरोध कर रहे थे तब मैं वहां गया था। तब मैंने वहां के एसपी से बोला कि ये गलत हो रहा है यहां के मुसलमान लोग गलत कर रहे हैं। इस पर मैंने अपनी आपत्ति जताई और मदन महल में स्वयं उनके नाम से एफआईआर भी दर्ज करवाई 20 से 25 लोगों के खिलाफ। इसके बाद उन लोगों ने कहा, 'हम महाराज जी का सिर कलम कर देंगे, सर कटवा देंगे और जगद्गुरु के टुकड़े करके खा जाएंगे और उनके घर में घुसकर उनको मारेंगे'उसके बाद इन 20-25 मुसलमानों ने मेरा फोन नंबर भी पब्लिक कर दिया। "
क्या है पूरा मामला?
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 8 अप्रैल को इस विवाद की शुरुआत तब हुई थी जब हनुमान ताल के रहने वाले एक विशेष समुदाय के शख्स ने सोशल मीडिया पर बूढ़ी खेर माई के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद सोशल मीडिया पर बूढ़ी माता के खिलाफ अभद्र पोस्ट देखकर साधु संतों में आक्रोश फैल गया और 9 अप्रैल को साधु संतों ने हनुमान ताल थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और ऐसे अराजक तत्वों की गिरफ्तारी की मांग की। इस पूरे मामले में स्वामी राघव देवाचार्य ने कड़ा विरोध जताया और कहा कि हम अपने देवी-देवताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया और उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू की।
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स्वामी राघव देवाचार्य को मिली 'सर तन से जुदा' की धमकी
स्वामी राघव देवाचार्य के सोशल मीडिया पर देवी-देवताओं के विरोध जताने के बाद 13 अप्रैल को उन्हें विशेष समुदाय के लोगों द्वारा 'सिर तन से जुदा' कर जान से मारने की धमकी दी गई। देवाचार्य ने बताया कि उन्हें ये धमकियां तब दी गईं जब उन्होंने हिंदू धर्म और देवी-देवताओं के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणियों का विरोध किया। ये कोई पहला मौका नहीं है जब स्वामी राघव देवाचार्य को जान से मारने की धमकी मिली हो इसके पहले भी उन्हें कट्टरपंथियों से इस तरह की धमकियां मिल चुकी हैं। साल 2018 में तो उनके घर के बाहर बम भी फेंके गए थे और साल 2020 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के दौरे के समय उनके काफिले पर पथराव भी किया गया था। राघव देवाचार्य को मिली इन धमकियों को लेकर सूबे के हिंदू संगठनों ने कड़ा विरोध जताया है। इसके साथ ही हिन्दू संगठनों ने इस बात का ऐलान भी किया है कि अगर 24 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने पर शहर में उग्र आंदोलन पर उतर जाएंगे।
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 14 April 2025 at 18:10 IST