अपडेटेड 25 December 2024 at 17:06 IST

MP: क्रिसमस पर सेंटा क्लॉज की ड्रेस उतरवाई, डिलीवरी बॉय से बदसलूकी; Video आया सामने

Delivery Boy Santa Claus: मध्य प्रदेश के इंदौर में क्रिसमस के दिन एक वीडियो सामने आई, इस वीडियो ने समाजिक और धार्मिक संवेदनाओं को लेकर बहस छेड़ दी है।

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Santa Claus's dress
सेंटा क्लॉज की ड्रेस उतरवाई | Image: Republic

Delivery Boy Santa Claus: मध्य प्रदेश के इंदौर में क्रिसमस के दिन एक वीडियो सामने आई, इस वीडियो ने समाजिक और धार्मिक संवेदनाओं को लेकर बहस छेड़ दी है। एक फूड डिलीवरी बॉय सिर्फ सेंटा क्लॉज की ड्रेस पहन कर डिलीवरी कर रहा था, इसी को लेकर कुछ लोगों को दिक्कत हो गई और बीच सड़क पर न सिर्फ उससे बदसलूकी की बलकी उसके कपड़े तक उतरवा दिए।

जानकारी के मुताबिक, हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं पर डिलीवरी बॉय को रोककर उसकी ड्रेस उतरवाने का आरोप लगा है। वीडियो में देखा जा रहा है कि कार्यकर्ताओं द्वारा डिलीवरी बॉय को रोका गया और उन्होंने कहा कि, 'जब हिंदू त्यौहार होते हैं, तो क्या भगवा पहनकर या श्रीराम बनकर डिलीवरी करते हो?' डिलीवरी बॉय अर्जुन ने बताया कि यह ड्रेस कंपनी की ओर से क्रिसमस के मौके पर पहनने के लिए दी गई है।

गिफ्ट देने चुपके से आता है सेंटा क्लॉज  

सेंटा क्लॉज की छवि हम सभी के मन में एक लाल रंग के कोट, सफेद दाढ़ी और एक बड़ी-सी थैली लिए हुए एक खुशमिजाज बूढ़े आदमी की होती है। बच्चे क्रिसमस के दिन काफी खुश नजर आते हैं, क्रिसमस का त्योहार हर साल की तरह इस साल भी 25 दिसंबर 2024 को ईसाई अनुयायियों द्वारा पूरे विश्वभर में बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। क्रिसमस का त्यौहार ईसाई धर्म का मुख्य पर्व है। यह त्यौहार बहुत ही उत्साह और प्रेम के साथ मनाया जाता है। ये दिन ईसाई धर्म के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। खासकर, बच्चों को क्रिसमस का बेसब्री से इंतजार रहता है। क्योंकि इस दिन सेंटा बच्चों के लिए उपहार मोजे में छिपाकर रखते हैं या फिर रात के अंधेरे में चुपचाप उनके पास गिफ्ट छोड़कर चले जाते हैं। इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी है। पढ़ें सेंटा की कहानी

रात का समय क्यों है खास

प्राप्त जानकारी के अनुसार, क्रिसमस की रात का समय जादुई और रहस्यमय माना जाता है। सेंटा का चुपके से रात में गिफ्ट देना इस रहस्य को और बढ़ाता है, जिससे बच्चों को यह विश्वास होता है कि सेंटा रात के अंधेरे में उनके घर आता है और उन्हें तोहफे देता है। यह बच्चों के लिए एक रोमांचक और खुशी का अनुभव बनता है।

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मोजे में गिफ्ट देने की परंपरा

बतादें मोजे में गिफ्ट देने की परंपरा खास तौर पर यूरोप और अमेरिका में प्रचलित है, जहां लोग क्रिसमस की रात को अपने मोजे को चिमनी के पास या घर के किसी खास स्थान पर लटका देते हैं। सेंटा को यह मोजे मिलते हैं और उसमें वह उपहार रख देते हैं। यह परंपरा सेंट निकोलस की एक कहानी से जुड़ी हुई है, जिसमें वह रात के समय बच्चों के जूते या मोजे में सिक्के डालते थे।

‘सीक्रेट सेंटा’ की कहानी

सीक्रेट सेंटा की कहानी सचमुच बहुत दिलचस्प है। सेंट निकोलस असल में एक महान दानी और करुणामयी संत थे। यह घटना उस समय की है जब सेंट निकोलस ने गुपचुप तरीके से गरीब परिवारों की मदद करने का निर्णय लिया। किसी समय, एक गरीब व्यक्ति के पास पैसे नहीं थे और वह अपनी तीन बेटियों की शादी का इंतजाम करने में असमर्थ था। उसने अपनी बेटियों के लिए कुछ भी नहीं रखा था और उन्हें कोई तोहफा देने की स्थिति में नहीं था। उस समय सेंट निकोलस ने चुपचाप उनके घर में रात के समय जाकर, चिमनी के पास रखे हुए मोजे में सोने और चांदी के सिक्के डाल दिए। यह गिफ्ट उस परिवार के लिए किसी नए जीवन से कम नहीं था और इसे देखकर उनका पूरा परिवार बहुत खुश हुआ।

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 25 December 2024 at 17:06 IST