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अपडेटेड May 6th 2025, 14:09 IST

प्‍यार की खातिर अमरीन बनी अनुष्‍का तो निशात बन गई मेघना...दो मुस्लिम लड़कियों ने अपनाया सनातन; हिंदू लड़कों से की शादी

एक तरफ जहां धर्म देखकर लोगों को गोली मारी जा रही है, वहीं दूसरी ओर खंडवा में इस्लाम धर्म का त्याग कर दो युवतियों ने सनातन धर्म अपनाकर मंदिर में सात फेरे ले लिए।

Reported by: Digital Desk
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MP News: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में दो युवतियों ने अपनी मर्जी से इस्लाम धर्म छोड़कर सनातम धर्म अपना लिया। इसके बाद उन्होंने हिंदू रीति-रिवाजों के साथ शादी कर ली।

जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ की रहनेवाली निशात शेख ने सोमवार शाम खंडवा स्थित महादेवगढ़ मंदिर पहुंचकर मंदिर संचालक अशोक पालीवाल से मुलाकात की। उन्होंने सनातन धर्म अपनाने की इच्छा जाहिर की। लंबे समय से जारी बातचीत के बाद सीता नवमी के दिन धर्म परिवर्तन अपनाने का फैसला किया गया। इसी तरह से खंडवा जिले के जसवाड़ी गांव की अमरीन खान ने भी इस्लाम धर्म त्यागकर हिंदू धर्म अपनाने की इच्छा जताई थी।

वैदिक विधि-विधान से कराया गया धर्म परिवर्तन

इसके बाद मंदिर में वैदिक विधि-विधान से पंडितों की उपस्थिति में दोनों युवतियों का धर्म परिवर्तन कराया गया। धर्म परिवर्तन के बाद निशात शेख को मेघना और अमरीन खान को अनुष्का नाम दिया गया।

धर्म परिवर्तन के बाद लिए सात फेरे

धर्म परिवर्तन के बाद महादेवगढ़ मंदिर में मेघना ने अपने दोस्त कमलजीत सिंह के साथ, तो अनुष्का ने अपने दोस्त शुभम संग सात फेरे लिए। पंडित राजेश पराशर ने वैदिक तरीके से इन दोनों युवतियों का विवाह संपन्न कराया।

'महिलाओं के सम्मान के चलते चुना सनातन धर्म'

निशात बनीं मेघना ने बताया कि उन्होंने सनातन धर्म को इसलिए अपनाया क्योंकि यहां महिलाओं का काफी सम्मान होता है। महिलाओं के सम्मान के किस्से सनातन धर्म में पड़े हैं। उन्होंने बताया कि दोस्त कमलजीत से शादी करने के लिए उन्होंने धर्म परिवर्तन का फैसला स्वेच्छा से लिया है।

पुणे में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं मेघना

निशात शेख बनीं मेघना पुणे में सॉफ्टवेयर इंजीयर हैं। करीब तीन साल पहले उनकी मुलाकात कमलजीत से हुई थी जो सोलापुर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। दोनों एक-दूसरे को पंसद करते थे, इसके बावजूद जीवन की राह एक नहीं हो पा रही थी। धर्म उनके आड़े आ रहा था। पुणे के प्रसिद्ध दगडू सेठ गणपति मंदिर में दर्शन के दौरान ही मेघना ने हर बाधा पार कर कमलजीत के साथ जीवन बिताने का संकल्प लिया था।

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पब्लिश्ड May 6th 2025, 14:09 IST