अपडेटेड 23 August 2025 at 18:39 IST
दो शादियां, शारीरिक जरूरत और फिर पूर्व प्रधान से दिल्लगी...हवस और धमकी ने ली रचना की जान, 7 टुकड़ों में मिली लाश; ऐसे खुली मर्डर मिस्ट्री
पहले पति को छोड़ा तो दूसरे मर्द के साथ लिव इन में रहने लगी। फिर दूसरे को छोड़ तीसरे के साथ रिलेशन में आ गई। झांसी की रचना यादव को हवस की आग में जान गंवानी पड़ी।
- भारत
- 3 min read

Rachna Yadav Murder Case: पहले पति को छोड़ा तो दूसरे मर्द के साथ लिव इन में रहने लगी। फिर दूसरे को छोड़ तीसरे के साथ रिलेशन में आ गई। झांसी की रचना यादव को हवस की आग में जान गंवानी पड़ी। वहीं तीसरा मर्द अपने चरित्र पर काबू नहीं रख पाया और आज सलाखों के पीछे है। रचना यादव मर्डर केस को पुलिस ने सुलझा लिया है और इस मामले में पूर्व प्रधान संजय पटेल को गिरफ्तार कर लिया है। छानबीन में पता चला कि शादी का दबाव बनाने से परेशान होकर संजय पटेल ने अपने भतीजे संदीप पटेल और दोस्त प्रदीप के साथ मिलकर रचना यादव के 7 टुकड़े कर दिए थे और बोरे में भरकर कुंए में फेंक दिया था।
मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ के चंदेरा की रहने वाली रचना यादव की पहली शादी गांव में ही हुई थी। पहले पति से उसके 2 बच्चे हैं। कुछ साल तक सब ठीक चलता रहा लेकिन 5 साल बाद वो पति को छोड़कर मायके चली आई। कारण था पति से झगड़ा होना। मायके आने के बाद महेबा के एक व्यक्ति शिवराज यादव से उसके संबंध बन गए। वो सबकुछ छोड़ शिवराज के साथ लिव इन में रहने लगी।
फिर हुई संजय पटेल से मुलाकात और बन गए संबंध
कुछ समय शिवराज के साथ रहने के बाद रचना का उससे अनबन शुरू हो गया। साल 2003 में उसने शिवराज के बड़े भाई पर रेप और हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज करवा दिया। इसी मामले में वो पैरवी के लिए गरौठा कोर्ट जाती थी। यहां उसकी मुलाकात तत्कालीन प्रधान संजय पटेल से हुई और दोनों के बीच शरीरिक संबंध बन गए।
Advertisement
इस बीच इसी साल जून में शिवराज की मौत हो गई। अब रचना आजाद थी। वो संजय पटेल को ब्लैकमेल करने लगी और शादी का दबाव बनाने लगी। संजय पहले से शादीशुदा था इसलिए वो आनाकानी करने लगा। रचना उसे धमकी देने लगी। इसी से तंग आकर संजय ने खौफनाक प्लान बनाया। 9 अगस्त 2025 को संजय ने रचना को मिलने के लिए बुलाया और फिर अपने भतीजे और दोस्त के साथ मिलकर रचना की हत्या कर दी।
शव के किए सात टुकड़े, सिर और पैर को नदी में फेंका; धड़ को कुंए में
Advertisement
उसके बाद संजय ने दो आरोपियों के साथ मिलकर शव के 7 टुकड़े किए। उसने सिर और पैर को लखेरी नदी में फेंक दिया। धड़ को उसने बोरे में डाल गांव के ही कुंए में डाल दिया। 13 अगस्त को लाश का कुछ हिस्सा मिलने पर पुलिस जांच में जुट गई। कुंए में बोरी देख गांव वालों ने पुलिस को फोन किया। मौके पर पहुंची पुलिने बोरा बाहर निकाला तो उसमें लाश के टुकड़े थे। पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती पहचान की थी। पुलिस द्वारा लगाए गए 1000 से ज्यादा पोस्टरों से ही कामयाबी मिली।
पुलिस का पोस्टर देखकर एक शख्स ने पुलिस से संपर्क किया। उसने पुलिस को बताया कि उसकी बहन चार दिन से गायब है। इस जानकारी के बाद महिला की पहचान रचना यादव के रूप में हुई। अब पुलिस कातिल को ढूंढ रही थी। इसके लिए उसने रचना के मोबाइल नंबर का कॉल डिटेल निकलवाया और संजय तक पहुंच गई। पूछताछ में संजय पहले तो गुमराह करता रहा लेकिन फिर हत्या की बात कबूल कर ली।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 23 August 2025 at 18:39 IST