अपडेटेड 31 March 2025 at 21:33 IST

Breaking : मध्य प्रदेश में होगी शराबबंदी, CM मोहन यादव का बड़ा ऐलान- कल से इन 17 जगहों पर नहीं मिलेगी शराब

MP News : एमपी में 1 अप्रैल से नई आबकारी नीति-2025 लागू हो जाएगी। इस नीति के तहत प्रदेश के 17 धार्मिक क्षेत्रों में शराब बंदी लागू होगी।

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Madhya Pradesh CM Mohan Yadav announced a liquor ban at 17 religious sites
17 धार्मिक स्थलों पर शराबबंदी की घोषणा | Image: X/DrMohanYadav51

Liquor ban in MP : मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। एसपी के मुख्यमंत्री ने 17 धार्मिक स्थलों पर शराबबंदी की घोषणा की है, जो 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी। इस नीति को प्रदेश सरकार ने पहले भी लागू किया गया था, लेकिन इसकी सीमाएं स्पष्ट नहीं थीं, जिन्हें अब स्पष्ट कर दिया गया है ताकि शराब की लत को कम किया जा सके।

मध्य प्रदेश में 1 अप्रैल से नई आबकारी नीति-2025 लागू हो जाएगी। इस नीति के तहत प्रदेश के 17 धार्मिक क्षेत्रों में शराब बंदी लागू होगी। सरकार ने यह फैसला जनवरी 2025 में की गई उस घोषणा के बाद लिया है, जिसमें प्रदेश के आध्यात्मिक शहरों में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की बात कही गई थी। खरगोन में CM मोहन यादव ने सोमवार को कहा, “बीते समय कैबिनेट के निर्णय में हमने कहा था कि हम अपने राज्य के धार्मिक स्थानों पर हम शराब बंदी करेंगे। कल से 17 जगहों पर शराब बंदी लागू हो जाएगी।”

इन 17 धार्मिक नगर में शराबबंदी

  1. महाकाल की नगरी उज्जैन
  2. ओंकारेश्वर महेश्वर,नर्मदा तट प्राचीन मंदिर
  3. राम राजा मंदिर ओरछा 
  4. मैहर शारदा मंदिर
  5. सलकनपुर बीजासन मंदिर
  6. जानापाव, इंदौर
  7. पीतांबरा पीठ, दतिया 
  8. नलखेड़ा, आगर मालवा
  9. महेश्वर, खरगोन
  10. पशुपतिनाथ मंदिर, मंदसौर
  11. मां नर्मदा का उद्गम स्थल अमरकंटक
  12. मंडला नर्मदा घाट 
  13. मुलताई ताप्ती नदी का उद्गम स्थल
  14. जबलपुर संस्कारधानी नर्मदा घाट
  15. चित्रकूट राम घाट 
  16. बरमान नर्मदाघाट
  17. पन्ना जुगलकिशोर मंदिर 

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि मध्य प्रदेश में जहां-जहां भगवान कृष्ण और भगवान राम के चरण पड़े हैं, वहां शराब की बिक्री बंद होगी। इसके अलावा, नर्मदा नदी के दोनों किनारों पर 5 किलोमीटर के दायरे में शराबबंदी की पहले से चली आ रही नीति को भी जारी रखा जाएगा। सरकार के फैसले का उद्देश्य शराब की लत से युवाओं को बचाना और परिवारों, खासकर महिलाओं और बच्चों को होने वाली परेशानियों को कम करना।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 31 March 2025 at 21:04 IST