अपडेटेड 14 September 2024 at 17:58 IST

कोलकाता के एस एन बनर्जी रोड पर धमाका, एक महिला घायल, मौक पर पहुंची जांच टीम

कोलकाता के एस एन बनर्जी रोड पर धमाके की खबर सामने आई है। इस ब्लास्ट में एक महिला घायल हो गई। जांच टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है।

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कोलकाता के एस एन बनर्जी रोड पर धमाका।
कोलकाता के एस एन बनर्जी रोड पर धमाका। | Image: Screen Grab

कोलकाता के एस एन बनर्जी रोड पर धमाके की खबर सामने आई है। इस ब्लास्ट में एक महिला घायल हो गई। घायल महिला को इलाज के लिए अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। वहीं जांच टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है और धमाका किस वजह से हुआ, कैसे हुआ इसकी जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश जारी है।

कोलकाता पुलिस की ओर से मामले में दी गई जानकारी के अनुसार, "करीब 1.45 बजे सूचना मिली कि ब्लोचमैन स्ट्रीट और एस एन बनर्जी रोड के बीच में विस्फोट हुआ है और एक व्यक्ति/कचरा बीनने वाला घायल हो गया है। इसके बाद OC तलतला वहां गए और पता चला कि घायल को NRS ले जाया गया है और उसकी दाहिनी कलाई पर चोट लगी है। इलाके को सुरक्षा टेप से घेर लिया गया और फिर बम डिटेक्शन और डिस्पोजल स्क्वॉड (BDDS) टीम को बुलाया गया। आदेशानुसार BDDS के कर्मचारी पहुंचे, बैग और आस-पास की जांच की। उनके जाने के बाद, यातायात की अनुमति दी गई।"

धमाके के चश्मदीद ने बताई कहानी

घटना के चश्मदीद ने बताया, "जब विस्फोट हुआ, तब हम पास में ही खड़े थे। हम तुरंत मौके पर पहुंचे और देखा कि एक सफाईकर्मी पड़ा हुआ था। उस व्यक्ति की दाहिनी कलाई पर चोट लगी थी। विस्फोट की आवाज बहुत तेज थी। पुलिस तुरंत यहां पहुंची और घायल को अस्पताल पहुंचाया। यातायात अवरुद्ध हो गया। कोई और घायल नहीं हुआ।"

धमाके पर क्या बोले केद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार?

कोलकाता के एसएन बनर्जी रोड पर हुए विस्फोट की घटना पर केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा, "घटना की तस्वीरें मेरे पास पहुंच चुकी हैं और विस्फोट की मात्रा बहुत चिंताजनक है। भारी विस्फोटक के बिना ऐसा होना संभव नहीं था, अन्यथा इस तरह की घटना नहीं हो सकती थी। मुझे लगता है कि इस मामले में NIA द्वारा जांच की आवश्यकता है। NIA के बिना मुझे नहीं लगता कि पश्चिम बंगाल पुलिस के पास इतनी क्षमता है कि वे इस तरह के मामले की जांच कर पाए। यह गृह मंत्री के रूप में ममता बनर्जी की विफलता को भी दोहराता है। आरजी कर की घटना ने पहले ही दिखा दिया है कि स्वास्थ्य मंत्री के रूप में भी ममता बनर्जी विफल रहीं और अब इस तरह की घटना हर 3 से 4 महीने के अंतराल में हो रही है।" 

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 14 September 2024 at 16:26 IST