sb.scorecardresearch

Published 12:26 IST, September 8th 2024

Kolkata Rape Case: TMC के राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार ने दिया इस्तीफा, CM ममता को लिखी चिट्ठी

TMC के राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर इस्तीफे की जानकारी दी है।

Reported by: Rupam Kumari
Follow: Google News Icon
  • share
TMC MP Jawhar Sircar Turns on Mamata
TMC MP Jawhar Sircar & Mamata Banerjee | Image: PTI

कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में जूनियर लेडी डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी की घटना को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार सवालों के घेरे में है। इस बीच घटना के विरोध में TMC के राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर कहा है कि मैंने अपना पद छोड़ने का फैसला लिया है। 

CM ममता बनर्जी को लिखी चिट्ठी में जवाहर सरकार ने आरजी कर अस्पताल की घटना का जिक्र करते हुए राज्य सरकार के एक्शन पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा, आरजी कर अस्पताल में हुई दरिंदगी को लेकर उम्मीद थी कि सरकार कोई तुरंत बड़ा कदम उठाएंगी। वो पुरानी ममता बनर्जी की तरह ही फैसला लेंगी, लेकिन कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया। अब जो कदम उन्होंने उठाया भी है उसमे बहुते देरी हो चुकी है।

ममता बनर्जी को जवाहर सरकार की चिट्ठी

उन्होंने आगे लिखा, अब राज्य में शांति बहाल होनी चाहिए और दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। जवाहर सरकार ने कहा कि मैं आरजी कर अस्पताल में हुई भयानक घटना के बाद से काफी दुखी हूं और ममता बनर्जी की पुरानी शैली में आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टर से साथ आपके सीधे हस्तक्षेप की उम्मीद कर रहा था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 

जवाहर सरकार ने क्यों दिया इस्तीफा?

भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के सेवानिवृत्त अधिकारी जवाहर सरकार ने अपने इस्तीफे के साथ एक बड़ा दावा भी किया कि पार्टी नेताओं के एक वर्ग का भ्रष्टाचार में शामिल होना और उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं किया जाना उनके इस फैसले के प्रमुख कारणों में से एक है।

ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप

सरकार ने पत्र में आगे कहा, “आरजी कर अस्पताल में हुई भयावह घटना के बाद एक महीने तक मैंने धैर्यपूर्वक पीड़ा सही और उम्मीद कर रहा था कि ममता बनर्जी अपनी पुरानी शैली मेंआंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों के साथ प्रत्यक्ष रूप से बात करेंगी। ऐसा नहीं हुआ।  उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि अगर भ्रष्ट चिकित्सकों के समूह पर कार्रवाई की जाती और अनुचित प्रशासनिक कार्रवाई के दोषियों को निंदनीय घटना के तुरंत बाद दंडित किया जाता, तो राज्य में बहुत पहले ही सामान्य स्थिति बहाल हो गई होती।
 

यह भी पढ़ें: ससुराल से शुरुआत; जुलाना में Vinesh Phogat की पहली रैली, दिखाए तेवर

 

Updated 13:46 IST, September 8th 2024