पब्लिश्ड 16:06 IST, February 3rd 2025
अपने भाषण पर बुरे फंसे राहुल गांधी! स्पीकर से मिले किरेन रिजिजू, संसद की कार्यवाही से स्पीच को हटाने और माफी की मांग
राहुल गांधी ने अपने भाषण में कई मुद्दों का जिक्र किया। इन्हीं में से चीन समेत कुछ मुद्दों पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने आपत्ति जताई है।

Rahul Gandhi Parliamenet Speech: संसद के बजट सत्र में आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर चर्चा हुई। इस दौरान राहुल गांधी ने अपने भाषण में कई मुद्दों का जिक्र किया। इन्हीं में से चीन समेत कुछ मुद्दों पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने आपत्ति जताई है।
बताया जा रहा है कि किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी के भाषण के सिलसिले में स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की है। उन्होंने ओम बिरला से उनके (राहुल गांधी) भाषण का समर्थन करने वाले तथ्य मांगने का अनुरोध किया है।
किरेन रिजिजू ने स्पीकर से किया अनुरोध
जानकारी के मुताबिक, किरेन रिजिजू ने स्पीकर से राहुल गांधी द्वारा चीन, मोहन भागवत, सेना के कर्मचारियों और महाराष्ट्र पर कही गई ‘अप्रासंगिक’ बातों को कथिततौर पर हटाने का अनुरोध किया है। साथ ही कहा कि राहुल गांधी या तो अपने भाषण के पक्ष में तथ्य पेश करें या फिर सदन में माफी मांगे।
राहुल ने उठाया मोहन भागवत के बयान का मुद्दा
राहुल गांधी ने अपने भाषण में मोहन भागवत के 'आजादी' वाले बयान का मुद्दा उठाया था। उन्होंने अपने भाषण में कहा था, 'मोहन भागवत ने कहा था भारत को 1947 में आजादी नहीं मिली। आजादी तब मिली जब अयोध्या में राम मंदिर मिला। उन्होंने कहा कि इस देश पर संविधान ही राज करेगा।'
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी जब चुनकर आए थे तो उन्होंने भी संविधान को सिर से लगाया था। उनके इस बयान पर स्पीकर ने टोका और कहा कि मेरा आपसे आग्रह है कि आप नेता प्रतिपक्ष हैं, इसलिए आप जो भी विषय रखें उसे तथ्यों के आधार पर रखें। इसके साथ ही उन्होंने अनुरोध किया कि जो सदन के सदस्य नहीं हैं उनकी चर्चा न करें।
राहुल गांधी के चीन वाले बयान पर भारी हंगामा
लोकसभा में राहुल गांधी ने चीनी सेना द्वारा भारतीय जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने इसे खारिज किया, लेकिन सेना ने कहा है कि चार हजार स्क्वायर किलोमीटर जमीन पर चीन का कब्जा है। उनके इस बयान को लेकर लोकसभा में भारी हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष के सांसदों ने इस पर आपत्ति जताई और कहा कि ये गंभीर विषय है। ऐसा मत बोलिए, ये देश के लिए ठीक नहीं है।
अपडेटेड 17:31 IST, February 3rd 2025