अपडेटेड April 27th 2025, 07:25 IST
Mohan Bhagwat on Phalagam Attack: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने पहलगाम हमले पर बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अहिंसा हमारा स्वभाव है, हमारा मूल्य है। लेकिन अत्याचारियों को सबक सिखाना भी हमारा धर्म है।
मोहन भागवत ने शनिवार को दिल्ली में 'द हिंदू मेनिफेस्टो' नामक पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत अपनी परंपरा के अनुसार कभी भी किसी पड़ोसी देश को नुकसान नहीं पहुंचाता। लेकिन फिर भी अगर कोई बुराई पर उतर आए तो दूसरा विकल्प क्या है? राजा (सरकार) का कर्तव्य है कि वह लोगों की रक्षा करे। राजा को अपना कर्तव्य निभाना चाहिए।
आरएसएस प्रमुख ने अपने संबोधन में कहा, 'कई लोग इन सिद्धांतों को पूरे दिल से अपनाते हैं, जबकि कुछ ऐसे भी लोग है जो ऐसा नहीं करते हैं और परेशानी बढ़ाते रहते हैं। ऐसी स्थिति में धर्म कहता है कि हमलावरों से परास्त नहीं होना भी धर्म (कर्तव्य) का हिस्सा है। गुंडों को सबक सिखाना भी हमारा कर्तव्य है।'
संघ प्रमुख ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना आगे कहा, 'अहिंसा हमारा स्वभाव और हमारा मूल्य है। लेकिन कुछ लोग नहीं बदलेंगे, चाहे कुछ भी कर लो। वह दुनिया को परेशान करते रहेंगे। तो क्या करें? अंहिसा हमारा धर्म है। गुंडों को सबक सिखाना भी हमारा धर्म है। हम कभी अपने पड़ोसियों का अपमान या नुकसान नहीं करते। लेकिन फिर भी अगर कोई बुराई पर उतर आए तो दूसरा विकल्प क्या है? राजा का कर्तव्य है कि वह अपनी प्रजा की रक्षा करे, राजा को अपना कर्तव्य निभाना चाहिए।'
इसके अलावा मोहन भागवत ने मुंबई में हाल में दिए अपने एक बयान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हम किसी के दुश्मन नहीं है। द्वेष हमारा स्वभाव नहीं है। रावण का वध भी उसके कल्याण के लिए हुआ था। संहार को हिंसा नहीं कहते। अहिंसा हमारा धर्म है। आततायियों से मार न खाना, गुंडागर्दी वालों को सबक सिखाना यह भी हमारा धर्म है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले की घटना हुई है। इस हमले में 28 निर्दोषों की हत्या कर दी गई। ऐसे में भले ही उन्होंने किसी देश का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके शब्दों को पाकिस्तान पर एक परोक्ष टिप्पणी के तौर पर देखा जा रहा है।
बता दें कि इससे पहले गुरुवार को मुंबई के एक कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने कहा था कि आतंकियों ने लोगों का धर्म पूछने के बाद उनकी हत्या कर दी थी। लेकिन हिंदू ऐसा कभी नहीं करेगा। यह लड़ाई धर्म और अधर्म के बीच है। यह दिखाने का समय आ गया है कि हमारा देश कितना शक्तिशाली है।
पब्लिश्ड April 27th 2025, 07:25 IST