अपडेटेड 17 February 2025 at 23:03 IST
KIIT में नेपाली छात्रा के सुसाइड पर छात्रों का फूटा गुस्सा तो कॉलेज अथॉरिटी ने दिखाए तल्ख तेवर, PM ओली ने भेजे अधिकारी
KIIT University में नेपाली छात्रा की मौत को लेकर भयंकर बवाल के बाद अथॉरिटी के तल्ख तेवर देखने को मिले। नेपाली छात्रों को कैंपस खाली करने का दे दिया ऑर्डर।
- भारत
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KIIT University: भुवनेश्वर के KIIT यूनिवर्सिटी से एक बड़ा मामला सामने आया है। यूनिवर्सिटी के छात्रों की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी के हॉस्टल में 16 फरवरी को B.Tech थर्ड ईयर की एक नेपाली छात्रा ने आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद भारत और नेपाल के छात्रों ने बवाल मचाया। इसके बाद नेपाल के सभी अंतर्राष्ट्रीय स्टूडेंट्स के लिए KIIT अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया। इसके साथ ही 17 फरवरी को उन्हें यूनिवर्सिटी कैंपस खाली करने का निर्देश भी दिया गया। ओडिशा के मंत्री की ओर से जारी बयान के अनुसार प्रकृति नाम की छात्रा ने आत्महत्या की। मामले में नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
कटक के सीपी सुरेश देव दत्ता सिंह ने इस पूरे मामले के बारे में बताया, "कल शाम को हमें एक रिपोर्ट मिली थी कि KIIT के कंप्यूटर साइंस के थर्ड ईयर की छात्रा ने आत्महत्या की है। इस आत्महत्या के लिए किट के ही एक मैकेनिकल इंजीनियरिंग के थर्ड ईयर के छात्र पर आरोप लगाया गया कि लड़का उसे परेशान कर रहा था। तथ्य को देखते हुए FIR दर्ज कर अभियुक्त को 16 फरवरी को ही गिरफ्तार कर लिया गया।"
आत्महत्या का आरोपी गिरफ्तार
बता दें, इस पूरे मामले में एक वॉइस यानि कि ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सामने आया है। रिकॉर्डिंग में लड़का उस लड़की से इतनी अभद्रता से बात कर रहा है, जिसे सुनकर हर महिला के रूह कांप जाएंगे। हर वाक्य में शब्द कम और गंदी-गंदी गालियां देते सुनाई दे रहा है। वहीं लड़की लगातार रोते हुए उसे कुछ समझान की कोशिश कर रही है। इसे लेकर सीपी दत्ता सिंह ने कहा, "प्रथम दृष्टया में ये मानने का कारण है कि उसकी तरफ से परेशान किए जाने के बाद ही लड़की ने ये कदम उठाया। सबूतों की और जांच की जा रही है। पता लगाया जा रहा है कि आखिर लड़की को किस तरह से परेशान किया जा रहा था। जो भी सबूत मिले हैं, और जो गवाह है, उन सबका परीक्षण जारी है।"
न्यायिक हिरासत में भेजा गया आरोपी
उन्होंने आगे कहा कि अभियुक्त को ज्यूडिशियल कस्टडी में ले लिया गया है। सभी सबूतों को फॉरेंसिक के लिए भेजा गया है। भारत और नेपाल दोनों स्टूडेंट्स ने प्रदर्शन किया था। स्टूडेंट्स को ये डर था कि छात्रा के मोबाइल या लैपटॉप के साथ छेड़छाड़ ना करे, इसलिए पुलिस ने उन्हें आश्वासन दिया था कि ऐसा कुछ नहीं होगा। छात्रा के कजिन ने रिपोर्ट दिया है, जिसमें उस लड़के को आत्महत्या का जिम्मेदार बताया गया है।
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मीडिया से बातचीत में एक स्टूडेंट ने बताया, "आज हमें हॉस्टल से बाहर निकाल दिया गया। कल नेपाल की एक लड़की मृत पाई गई। इसे लेकर हम विरोध प्रदर्श कर रहे थे। अथॉरिटी की क्या मंशा है, हमें नहीं पता, लेकिन प्रोटेस्ट को दबाने के लिए हमें जबरदस्ती हॉस्टल से निकाला गया।"
एक अन्य छात्रा ने कहा, "हम इस बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय कार्यालय गए, लेकिन हमें कुछ नहीं मिला। हम रात भर वहीं रहे, धरने पर बैठे रहे। हमें वहां से वापस हॉस्टल भेज दिया गया। हमें एक घंटे के भीतर अपना सामान समेट कर चले जाने को कहा गया। हमारे पास कुछ भी नहीं है। हमें नहीं पता कि हम कैसे जाएँगे। हमने खाना भी नहीं खाया है...हम टिकट लेने की कोशिश कर रहे हैं।"
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नेपाली बच्चों के साथ हुए इस भेदभाव पर क्या बोले नेपाल के पीएम
छात्रों को जिस तरह से हॉस्टल और कैंपस खाली करने के लिए कहा गया है, उसपर नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली ने लिखा, "नई दिल्ली स्थित हमारे दूतावास ने ओडिशा में प्रभावित नेपाली छात्रों की काउंसलिंग के लिए दो अधिकारियों को भेजा है। इसके अतिरिक्त, यह सुनिश्चित करने की व्यवस्था की गई है कि उनके पास अपनी पसंद के आधार पर या तो अपने छात्रावास में रहने या घर लौटने का विकल्प हो।"
ओडिशा के मंत्री का बयान आया सामने
मामले को लेकर ओडिशा के मंत्री सूर्यबंशी सूरज ने कहा, "लड़की के आत्महत्या करने के तुरंत बाद हमने आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करवाया। कोर्ट भेजा गया। लड़की के सभी सामान को पुलिस सीज करके उसके ऊपर जांच कर रहा है।"
कॉलेज अथॉरिटी का बयान जिस तरह से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ उसे लेकर ओडिशा के मंत्री ने कहा, "अथॉरिटी की ओर से सिर्फ नेपाली बच्चे के खिलाफ जो कदम उठाए गए, वो गलत है। सरकार ने इस मामले में हस्तक्षेप किया है और जो-जो बच्चे कैंपस के बाहर हैं, उनसे वापस आने की अपील की है। सरकार इस मामले को लेकर यूनिवर्सिटी अथॉरिटी के साथ बात कर रहा है। जिन लोगों ने पिटाई किया है, उनके ऊपर भी कार्रवाई की जाएगी।"
भारत-नेपाल के रिश्ते को लेकर क्या बोले सूर्यबंशी सूरज?
सूर्यबंशी सूरज ने भारत और नेपाल के रिश्ते को लेकर कहा, "नेपाल और भारत का संबंध बहुत सालों से है। नेपाल और ओडिशा का संबंध भी बहुत सालों से है। हम किसी भी कीमत पर इसे खराब नहीं होने देंगे। जो भी बच्चे बाहर हैं, उन्हें कैंपस में पूरी सुरक्षा दी जाएगी, ताकि कोई भी उन्हें शारीरिक या मानसिक तौर पर परेशान ना कर पाए। स्थिति को सामान्य करने के लिए हम प्रयास कर रहे हैं। छात्रों को भी संवेदनशीलता से समझाया जा रहा है। जिन लोगों ने बच्चों की पिटाई की है, उन्हें गाली दिया है, उनके खिलाफ कठोर एक्शन लिया जाएगा।" उन्होंने कहा कि लड़की की मौत के पीछे आरोपी के अलावा अगर और कोई है, तो उसपर भी कानून के दायरे में एक्शन लिया जाएगा।
KIIT के अथॉरिटी मेंबर्स का ऐसा तेवर देखा नहीं होगा!
वीडियो में एक यूनिवर्सिटी अथॉरिटी की एक अधिकारी कह रही हैं, "40 हजार नेपाली बच्चों को पढ़ा रहा है। खिला रहा है, फ्री में बैठाकर।" इसके बाद दूसरी महिला कहती हैं, "उतना तुम्हारे कंट्री का बजट नहीं होगा। तुम्हें 40 हजार बच्चों को फ्री में खिलाने के लिए इस यूनिवर्सिटी के ऊपर गर्व करना चाहिए।"
बता दें, टाइम्स हायर एजुकेशन (THE) इंटरडिसिप्लिनरी साइंस रैंकिंग 2025 में KIIT ने भारत में चौथा स्थान हासिल किया है। केवल चार भारतीय यूनिवर्सिटी- प्राइवेट और सरकारी दोनों- वैश्विक स्तर पर टॉप 100 विश्वविद्यालयों में शामिल हैं, और KIIT उनमें से एक है। इस कैटेगरी में KIIT को दुनिया भर में 92वां स्थान मिला है।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 17 February 2025 at 23:03 IST