अपडेटेड 26 November 2023 at 09:04 IST
मुंबई 26/11 हमले के 4 साल बाद कसाब को दी गई थी फांसी, उसके खान-पान और सुरक्षा के खर्च पर क्यों उठे थे सवाल?
26/11 Attack: मुंबई में 26/11 हमले के 15 साल पूरे होने वाले हैं। कसाब को 4 साल बाद फांसी के फंदे से लटकाया गया था।
- भारत
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26/11 Attack: मुंबई में 26 नवंबर 2008 के हमले ने पूरी दुनिया को चौंका दिया था। इस दौरान 9 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया था, जबकि एक आतंकी अजमल कसाब को गिरफ्तार किया गया था। आपको बता दें कि कसाब को गिरफ्तारी के 4 साल बाद 21 नवंबर 2012 को फांसी के फंदे से लटकाया गया था। इस बीच उसके खान-पान और सुरक्षा पर इतना खर्च हुआ, जिसको लेकर सवाल उठने शुरू हो गए थे।
स्टोरी की खास बातें
- जानिए कसाब के खान-पान में कितना आया था खर्च
- ताज होटल पर आतंकियों ने कर लिया था कब्जा
- होटल के ऊपरी मंजिल में लगा दी थी आग
कसाब के खान-पान में कितना आया था खर्च?
कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि केंद्र और महाराष्ट्र सरकार ने कसाब पर 29 करोड़ से ज्यादा का खर्च किया था। नवंबर, 2008 से लेकर नवंबर, 2012 तक 250 से ज्यादा सुरक्षा गार्ड की भी जेल में तैनाती की गई थी, जिसपर 26 करोड़ से ज्यादा का खर्च आया था।
महाराष्ट्र सरकार का कसाब पर खर्च (अनुमानित)
- खाने परः 42 हजार से ज्यादा
- सुरक्षा परः करीब 1.5 करोड़
- दवाइयों परः 39 हजार से ज्यादा
गिरफ्तारी से लेकर फांसी तक की टाइमलाइन
- 26 नवंबर 2008: 10 आतंकियों ने मुंबई पर हमला किया, जिसमें करीब 167 लोग मारे गए।
- 27 नवंबरः आतंकियों ने कसाब को गिरफ्तार किया।
- 30 नवंबरः कसाब का कबूलनामा
- 13 जनवरी 2009: विशेष जज की नियुक्ति, एमएल तहलियानी को किया गया नियुक्त
- 25 फरवरीः कसाब के खिलाफ चार्जशीट फाइल
- 29 अप्रैलः कोर्ट का फैसला- कसाब नाबालिग नहीं
- 6 मईः कसाब पर 86 आरोप तय
- 23 जूनः 22 लोगों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट
- 3 मई 2010: कोर्ट ने कसाब को दोषी ठहराया
- 6 मईः कसाब को मौत की सजा
- 25 नवंबरः मामले में दोबारा ट्रायल की मांग
- 21 फरवरी 2011: बॉम्बे हाई कोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को सही ठहराया।
- 29 जुलाईः सुप्रीम कोर्ट में अपील
- 10 अक्टूबरः सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा पर रोक लगाई
- 28 अगस्त 2012: सुनवाई के बाद फांसी की सजा बरकरार
- 21 नवंबरः कसाब को फांसी
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Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 26 November 2023 at 09:04 IST