अपडेटेड 29 November 2025 at 13:10 IST

Karnataka Row: डीके को CM बनने के लिए चाहिए होगा इतने विधायकों का समर्थन, यहां समझें सीटों का समीकरण, क्या नंबर गेम में गिर जाएगी सरकार?

Karnataka CM Leadership Row: कर्नाटक में सीएम सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के बीच कुर्सी को लेकर खींचतान जारी है। इस बीच समझतें हैं कर्नाटक विधानसभा में सीटों के अकंगणित को।

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DK Shivakumar
DK Shivakumar | Image: @DKShivakumar

कर्नाटक में सियासी पारी इन दिनों हाई है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के बीच कुर्सी को लेकर खींचतान जारी है। बैठकों और मुलाकातों का सिलसिला भी जारी है। इस बीच विपक्ष लगातार दावा कर रही है कि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार गिर जाएगी। ऐसे में आईए समझते हैं कर्नाटक विधानसभा का नंबर गेम। डीके शिवकुमार को CM बनने के लिए चाहिए होगा इतने विधायकों का समर्थन।

कर्नाटक में सरकार गठन के बाद बगावत के सुर कई बार उठे, मगर आलाकमान के दखल के बाद उन्हें शांत करा दिया गया। मगर इस बार डिप्टी सीएम शिवकुमार आर-पार के मूड में नजर आ रहे हैं। हालांकि, दोनों नेताओं की ओर से ये भी कहा जा रहा है कि पार्टी हाईकमान जो भी फैसला लेगा, उसे मानने के लिए तैयार हैं। अब समझते हैं कर्नाटक में सीटों का गणित, जिसके चलते DK शिवकुमार अपनी ही सरकार गिरा सकते हैं।

कर्नाटक विधानसभा में सीटों का अंकगणित

कर्नाटक विधानसभा में सीटों की कुल संख्या 224 है। जिसमें वर्तमान में कांग्रेस के पास 135 सीटें हैं। विपक्ष में बैठी बीजेपी के पास 66 सीटें। वहीं, गठबंधन में शामिल जेडीएस 19 और निर्दलीय व अन्य के पास 4 सीटें हैं। अब यदि बीजेपी और जेडीएस की सीटें जोड़ दी जाएं तो कुल मिलाकर 85 सीटें बनती हैं

डीके शिवकुमार किन हालातों में बन सकते हैं CM

बीजपी और जेडीएस के साथ आने के बाद भी गठबंधन बहुमत से 28 सीटें दूर है। अगर किसी तरह 28 सीटें जुड़ती हैं, तो बीजेपी-जेडीएस गठबंधन 113 के बहुमत तक पहुंचा जा सकता है। वहीं, अगर डीके शिवकुमार जोड़-तोड़ की राजनीति करते हैं और उनके 30 विधायक BJP और जेडीएस गठबंधन के साथ आ जाते हैं तो ये आंकड़ा 114 विधायकों का हो जाता है। यानि सरकार बनाने का रास्ता साफ।

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सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार की हुई मुलाकात

हालांकि, फिलहाल ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है। DK शिवकुमार फिलहाल दबाव की राजनीति खेल रहे हैं। वो हाईकमान पर दबाव बना रहे हैं कि 2028 से पहले उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाए, वरना वे बड़ा दांव खेल सकते हैं। दूसरी तरफ सिद्धारमैया अपना कार्यकाल पूरा करने के मूड में हैं।

हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है-CM

इसी बीच शनिवार को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बेंगलुरु में मुलाकात की, जहां दोनों के बीच नाश्ते पर अहम चर्चा हुई। इसके मुलाकात के बाद सीएम  सिद्धारमैया का बयान भी आया है, उन्होंने कहा कि 'हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। हमने तय किया है कि हाईकमान जो भी कहेगा, हम मानेंगे। कल से कोई असमंजस नहीं होगा। अभी भी कोई असमंजस नहीं है। कुछ मीडिया रिपोर्टर्स ने असमंजस पैदा किया है।" 
 

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Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 29 November 2025 at 13:10 IST