अपडेटेड 26 May 2025 at 15:23 IST
ज्योति मल्होत्रा के मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की फॉरेंसिक रिपोर्ट, VIP ट्रीटमेंट से ISI की योजना का हिस्सा बनने तक, क्या सच-क्या झूठ?
हिसार पुलिस को मिली ज्योति मल्होत्रा के मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की फॉरेंसिक जांच की रिपोर्ट में पता चला है कि ज्योति कथित तौर पर चार PIOs के संपर्क में थी और उनकी पहचान की उसको जानकारी थी।
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Jyoti Malhotra: हरियाणा के हिसार से सामने आई एक चौंकाने वाली रिपोर्ट में पुलिस ने खुलासा किया है कि सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाली ज्योति का पाकिस्तान से जुड़ा एक गंभीर जासूसी नेटवर्क से संबंध सामने आया है। हिसार पुलिस को ज्योति के मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट मिल चुकी है। इस रिपोर्ट में ऐसे डिजिटल सबूत मिले हैं जो ये साबित करते हैं कि ज्योति ने पाकिस्तानी एजेंसी ISI के साथ मिलकर काम किया और उसके बदले उसे कई व्यक्तिगत लाभ दिए गए।
हिसार पुलिस को मिली ज्योति मल्होत्रा के मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की फॉरेंसिक जांच की रिपोर्ट में पता चला है कि ज्योति कथित तौर पर चार PIOs के संपर्क में थी और उनकी पहचान की उसको जानकारी थी। सूत्रों के मुताबिक, डिजिटल डेटा में किसी ग्रुप चैट के नहीं, बल्कि सिर्फ वन-ऑन-वन बातचीत के सबूत हैं। पहली पाकिस्तान यात्रा के बाद उसे विशेष वीजा और ISI और पाक गृह मंत्रालय की मंजूरी से सुरक्षा मिली थी। पाकिस्तान यात्रा के वीडियो सामने आने के बाद उसके फॉलोअर्स और व्यूज में अचानक बढ़ोतरी हुई थी।
हिसार पुलिस ने मोबाइल का डाटा रिकवर किया
हिसार पुलिस ने ज्योति के मोबाइल और लैपटॉप से 12TB का डिजिटल फॉरेंसिक डाटा रिकवर किया है। पुलिस फिलहाल हिरासत की मांग नहीं कर रही, पहले डिजिटल सबूतों की गहराई से जांच करेगी। वो इसलिए कि प्रारंभिक डाटा में ज्योति के खातों में संदिग्ध मनी ट्रेल का भी पता चला है। हिसार पुलिस के मुताबिक, ज्योति ने जानबूझकर ISI की योजना में साथ दिया, ताकि उसे सुविधाएं मिलती रहें। उसे VIP ट्रीटमेंट दिया गया, जो सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को लुभाने का ISI का आम तरीका है। सूत्र बता रहे हैं कि हिसार पुलिस को मिले ज्योति के डिजिटल साक्ष्य इतने मजबूत हैं कि उस पर कई धाराओं में केस बन सकता है।
ऐसा माना जा रहा है कि ज्योति की गिरफ्तारी समय पर हुई, जिससे एक बड़ा राष्ट्रीय सुरक्षा संकट टल गया है। वो पहले ही PIOs के इशारों पर काम कर रही थी, ताकि उसे व्यक्तिगत लाभ मिल सके। सूत्र बताते हैं कि भारतीय एजेंसियां पहली पाकिस्तान यात्रा के समय से ही उस पर नजर रखे हुए थीं। हिसार पुलिस ज्योति को मिलने वाले फंड के सोर्स की भी जांच कर रही हैं।
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Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 26 May 2025 at 15:23 IST