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अपडेटेड 2 June 2025 at 14:38 IST

J&K: कठुआ के जंगल में दिखे 3 संदिग्‍ध, सुरक्षाबल अलर्ट; घेराबंदी कर सेना का सर्च ऑपरेशन जारी

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में 3 संदिग्‍धों के देखे जाने के बाद से पुलिस और सेना तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।

Reported by: Ankur Shrivastava
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jammu Kashmir three suspected people movement in kathua forest
J&K: कठुआ के जंगल में दिखे 3 संदिग्‍ध, सुरक्षाबल अलर्ट; घेराबंदी कर सेना का सर्च ऑपरेशन जारी | Image: file

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में 3 संदिग्‍धों के देखे जाने के बाद से पुलिस और सेना तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। जानकारी के मुताबिक स्‍थानीय लोगों ने जंगल में संदिग्‍धों के होने की सूचना पुलिस को दी थी जिसके बाद से पूरे इलाके को घेर लिया गया है और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि अभी तक संदिग्ध व्यक्तियों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। उन्होंने बताया कि अंतिम रिपोर्ट मिलने तक वन क्षेत्र के काफी अंदर तक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले भी पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम ने बानी इलाके के लोवांग और सरथल के ऊपरी इलाकों आतंकवादियों की एक्टिविटी की जानकारी मिलने के बाद एंटी टेरर ऑपरेशन शुरू किया था। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने भी सांबा जिले के मनोहर गोपाला और शताला कैंप क्षेत्र में भी कई घंटों तक एक गहन तलाशी अभियान चलाया था।  

बीते मार्च महीने में कठुआ में मिले थे 3 लोगों के शव

हाल ही में कठुआ में तीन नागरिक- दर्शन सिंह (40), योगेश सिंह (32) और वरुण सिंह (14) 5 मार्च को मारहून गांव में एक शादी से लौटते समय लापता हो गए थे। सेना, पुलिस, ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद से बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया। 8 मार्च को उनके शव एक झरने के पास एक पहाड़ी इलाके में मिले। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि कठुआ के बनी इलाके में आतंकवादियों ने तीन रिश्तेदारों की क्रूर हत्या की, जो कि बहुत दुखद और चिंताजनक है। उन्होंने इस घटना पर दुख जताया।

घाटी में ऑपरेशन ऑल आउट चला रही सेना

बता दें कि भारतीय सेना का 'ऑपरेशन ऑल आउट' जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ चलाया गया एक व्यापक और सुनियोजित अभियान है। यह ऑपरेशन मुख्य रूप से 2017 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादी संगठनों को खत्म करना और शांति स्थापित करना है। इसे भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) जैसे सुरक्षा बलों के संयुक्त प्रयासों के तहत चलाया जा रहा है। 
 

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पब्लिश्ड 2 June 2025 at 14:07 IST