अपडेटेड 2 October 2024 at 15:06 IST

वर्ल्ड वार की आहट से थर्राई दुनिया की नजर भारत की ओर, दिया संदेश- युद्ध बढ़े नहीं, हम चाहते हैं कि..

ईरान ने हालिया हमलों में इजरायल के ऊपर सैकड़ों मिसाइलें दागीं। इसमें इजरायल को कोई बड़ा नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन इन हमलों ने युद्ध को व्यापक रूप दे दिया।

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Iran-Israel conflict, India warns against escalation
ईरान और इजरायल में जंग पर भारत ने बयान दिया। | Image: AP

Iran - Israel conflict: मिडिल ईस्ट की नई जंग ने दुनिया को बड़े खतरे की ओर धकेल दिया है। एक और वर्ल्ड वॉर की आहट सुनाई देने लगी है। पिछले दो दिनों से ईरान और इजरायल युद्ध में आमने-सामने खड़े हैं। मिडिल ईस्ट में पैदा हुए ये तनाव के हालात महायुद्ध में तब्दील होते नजर आ रहे हैं, जिससे ऐसा लगने लगा है कि जल्द विश्व युद्ध का शंखनाद हो सकता है। इससे पूरी दुनिया खौफ में है और एक बार फिर भारत की ओर सबकी नजरें लग सकती हैं।

ईरान ने अपने हालिया हमलों में इजरायल के ऊपर सैकड़ों मिसाइलें दागीं। इसमें इजरायल को कोई ज्यादा बड़ा नुकसान तो नहीं हुआ है, लेकिन इन हमलों ने युद्ध को व्यापक रूप दे दिया है। पूरी दुनिया को पता है कि इजरायल बदला लेने से चूकता नहीं। इस बार भी इजरायल ने ऐलान कर दिया है कि वो ईरान को करारा जवाब देगा। खुद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि वो ईरान को भारी कीमत चुकानी होगी। फिलहाल भारत पूरे हालातों पर देख और समझ रहा है।

मिडिल ईस्ट के देशों को भारत ने दिया संदेश

भारत ने मिडिल ईस्ट की लड़ाई को लेकर एक बयान जारी किया है और गहरी चिंता व्यक्त की है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बुधवार को इजराइल-ईरान-लेबनान संघर्ष पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वो पश्चिम एशिया में सुरक्षा स्थिति के बढ़ने से बहुत चिंतित है। एक बयान में भारत ने कहा कि ये महत्वपूर्ण है कि संघर्ष 'एक व्यापक क्षेत्रीय आयाम' न ले ले। बयान में कहा गया, 'हम पश्चिम एशिया में सुरक्षा स्थिति के बढ़ने से बहुत चिंतित हैं और सभी संबंधित पक्षों से संयम बरतने और नागरिकों की सुरक्षा के लिए अपना आह्वान दोहराते हैं।'

भारत हमेशा शांति का पक्षधर रहा है। इसके लिए भारत मध्यस्थता के प्रस्ताव भी बार-बार रखता रहा है। इस बार फिर भारत ने बातचीत और कूटनीति के माध्यम से मुद्दों के समाधान का आह्वान किया है। अपने बयान में भारत ने कहा, 'हम आग्रह करते हैं कि सभी मुद्दों को बातचीत और कूटनीति के माध्यम से हल किया जाए।'

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एस जयशंकर ने ताजा हालातों पर प्रतिक्रिया दी

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि भारत पश्चिम एशिया में क्षेत्रीय युद्ध की संभावना से बहुत चिंतित है और किसी भी देश की प्रतिक्रिया को अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून के अनुसार होना चाहिए। जयशंकर अमेरिका में कार्नेगी एंडोमेंट सेंटर फॉर इंटरनेशनल पीस में पश्चिम एशिया में उभरती हुई अस्थिर स्थिति पर बोल रहे थे। उन्होंने भारत की स्थिति दोहराई कि वो 7 अक्टूबर को हमास के इजरायल पर किए गए हमले को आतंकवादी हमला मानता है और कहा कि ये क्षेत्र में मौजूदा तनाव का मूल कारण है।

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जयशंकर ने गाजा में अंतरराष्ट्रीय मानवीय प्रयास का आह्वान करते हुए कहा, 'हम समझते हैं कि इजरायल को जवाब देने की जरूरत थी, लेकिन हम ये भी मानते हैं कि किसी भी देश की प्रतिक्रिया में अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून को ध्यान में रखना होगा, उसे नागरिक आबादी के लिए किसी भी नुकसान या किसी भी प्रभाव के बारे में सावधान रहना होगा।' विदेश मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत पश्चिम एशिया में सभी प्रकार के संघर्षों को लेकर चिंतित है। जयशंकर ने कहा, 'कुछ हद तक ईरान और इजरायल के बीच जो कुछ भी हुआ, वो भी चिंता का विषय है।'

ईरानी अटैक से बजा विश्वयुद्ध का अलॉर्म

ईरान ने बीती रात इजरायल पर मिसाइल अटैक कर दिया। ईरान ने अपने सबसे घातक कही जाने वाली फतह हाइपरसोनिक मिसाइलों के जरिए इजरायल पर ताबड़तोड़ हमले किए। इजरायल के 80 शहरों को निशाना बनाया गया है और अब इसकी गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दे रही है। ईरान ने जिस जंग की शुरूआत की है, वो अब दुनिया में तीसरे विश्वयुद्ध का अलॉर्म बजा रही है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी कह रहे हैं कि इजरायल-ईरान संघर्ष का हाल ही में बढ़ना इस बात का संकेत है कि दुनिया तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ रही है। ऐसे में विश्व के कई देश शांति के लिए भारत की ओर देख रहे हैं।

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Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 2 October 2024 at 15:06 IST