अपडेटेड 21 June 2025 at 07:59 IST
PM Modi on International Yoga Day: आज 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है। 21 जून को भारत समेत दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में योग से जुड़े कार्यक्रमों में हिस्सा लेने पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि योग हमें शांति की दिशा देता है।
पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 मनाने में राष्ट्र का नेतृत्व किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने भी योग सत्र में भाग लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने योग दिवस पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आज 11वीं बार पूरा विश्व एक साथ 21 जून को योग कर रहा है। योग का सीधा अर्थ होता है जुड़ना। ये देखना सुखद है कि कैसे योग ने पूरे विश्व को जोड़ा है।
प्रधानमंत्री ने अपना संबोधन देते हुए कहा, 'इस साल के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का विषय है 'Yoga For One Earth, For One Health'। यह विषय एक गहरी सच्चाई को दर्शाता है। पृथ्वी पर प्रत्येक इकाई का स्वास्थ्य आपस में जुड़ा हुआ है। मानव कल्याण उस मिट्टी के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है जो हमारे भोजन को उगाती है, नदियां जो हमें पानी देती हैं, उन जानवरों के स्वास्थ्य पर जो हमारे पारिस्थिति की तंत्र को साझा करते हैं और उन पौधों के स्वास्थ्य पर जो हमें पोषण देते हैं। योग हमें इस परस्पर जुड़ाव के प्रति जागरूक करता है, हमें दुनिया के साथ एकता की ओर ले जाता है और हमें सिखाता है कि हम अलग-थलग व्यक्ति नहीं हैं बल्कि प्रकृति का हिस्सा हैं।'
योग को कई देशों के मिलते समर्थन पर उन्होंने कहा, 'पिछले एक दशक में जब मैं योग की यात्रा को देखता हूं तो मुझे कई बातें याद आती हैं। जिस दिन भारत ने UNGA में प्रस्ताव रखा- 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता देने का और बहुत ही कम समय में दुनिया के 175 देश हमारे देश के साथ खड़े हो गए। आज के विश्व में ये एकता और ये समर्थन कोई सामान्य घटना नहीं है।'
प्रधानमंत्री मोदी ने कई देशों के बीच बिगड़ते हालातों का जिक्र करते हुए आगे कहा, ‘दुर्भाग्य से आज पूरा विश्व तनाव और अशांति से गुजर रहा है और कई क्षेत्रों में अस्थिरता बढ़ रही है। ऐसे समय में योग हमें शांति की दिशा देता है। योग वह विराम बटन है जिसकी मानवता को सांस लेने, संतुलन बनाने और फिर से संपूर्ण बनने के लिए आवश्यकता है।’
उन्होंने कहा कि मुझे गर्व होता है जब मैं देखता हूं कि हमारे दिव्यांग साथी योगशास्त्र पढ़ते हैं। वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग करते हैं। गांव-गांव में युवा साथी योग ओलंपियाड में भाग लेते हैं। विशाखापट्टनम शहर प्रकृति और प्रगति दोनों की संगम स्थली है। योगांद्रा अभियान से 2 करोड़ से ज्यादा लोग जुड़े हैं। लोगों की भागीदारी की यही भावना विकसित भारत का मुख्य आधार है। विश्व में योग के प्रसार के लिए भारत योग की विज्ञान को आधुनिक रिसर्च से और अधिक सशक्त कर रहा है। देश के बड़े-बड़े मेडिकल संस्थान योग पर रिसर्च में जुटे हैं। योग की वैज्ञानिकता को आधुनिक चिकित्सा पद्धति में स्थान मिले ये हमारा प्रयास है।
पीएम मोदी ने योग दिवस पर एक बार फिर मोटापे से मुक्त जीवन जीने की दिशा में काम करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, 'बढ़ता मोटापा पूरी दुनिया के लिए एक चुनौती है। मैंने मन की बात कार्यक्रम में इसपर विस्तार से चर्चा की थी। इसके लिए अपने खाने में 10% तेल कम करने का चैलेंज भी शुरू किया था। मैं एक बार फिर दुनियाभर के लोगों को इस चैलेंज से जुड़ने का आह्वान करता हूं।'
पब्लिश्ड 21 June 2025 at 07:59 IST