अपडेटेड 23 June 2025 at 12:04 IST
Indigo flight technical fault: इंदौर से भुवनेश्वर के लिए रवाना होने जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E 6332 में सोमवार सुबह उस वक्त तकनीकी खामी आ गई जब विमान टेकऑफ के लिए रनवे पर पहुंच चुका था। पायलट को जैसे ही इस गड़बड़ी का एहसास हुआ, उन्होंने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए विमान को वापस टर्मिनल पर लाने का फैसला किया।
इंडिगो की यह फ्लाइट सुबह 8 बजकर 49 मिनट पर इंदौर से उड़ान भरने वाली थी। लेकिन टेकऑफ से ऐन पहले तकनीकी खराबी के कारण विमान को रोक दिया गया। यह कदम एहतियात के तौर पर उठाया गया ताकि किसी संभावित खतरे से बचा जा सके।
घटना के बाद एयरपोर्ट के ग्राउंड स्टाफ और इंडिगो की तकनीकी टीम ने विमान की स्थिति की तुरंत जांच शुरू कर दी। शुरुआती जांच में जो कहा गया है उसकी पुष्टी अभी नहीं हुई है, इसलिए कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा। एयरपोर्ट प्रबंधन के मुताबिक, जरूरी सुधार कार्य पूरा होने के बाद फ्लाइट को दोबारा उड़ान भरने की अनुमति दी गई।
इससे पहले गुरुवार को गुवाहाटी से चेन्नै जा रही इंडिगो की एक फ्लाइट को भी रात के वक्त बेंगलुरु में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। फ्लाइट में 168 यात्री थे। पायलट ने 'मेडे' (Mayday) कॉल किया था। क्योंकि विमान में ईंधन कम था। इंडिगो की फ्लाइट 6E-6764 ने गुवाहाटी से शाम 4.40 बजे उड़ान भरी थी। चेन्नै में रात 7.45 बजे लैंडिंग करते समय पायलट ने 'गो अराउंड' करने का फैसला किया। 'गो अराउंड' तब होता है जब विमान रनवे को छूने के बाद लैंडिंग नहीं करता और फिर से उड़ान भरता है। ऐसा ईंधन की कमी के कारण हुआ।
सूत्र ने बताया कि बेंगलुरु एयरपोर्ट से लगभग 35 मील पहले पायलट ने 'मेडे' कॉल किया। 'मेडे' कॉल का मतलब है कि विमान खतरे में है और उसे तुरंत मदद की जरूरत है। सूत्र ने यह भी कहा कि ऐसा लग रहा था कि विमान की लैंडिंग ठीक से नहीं हो रही थी। एक यात्री ने बताया कि अचानक विमान के ऊपर उठने से कई यात्री डर गए थे। वे अपनी सीटों पर डर के मारे बैठे रहे। यात्री का नाम नहीं बताया गया है।
पब्लिश्ड 23 June 2025 at 12:04 IST