अपडेटेड 19 May 2025 at 23:12 IST

Operation Sindoor में शामिल आर्मी मेजर ने बताया उस रात का सच, कहा- 'गोली उन्होंने चलाई, लेकिन धमाके हमने किए'

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद 'Operation Sindoor' के तहत भारत ने पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब दिया है। भारत के छोटे से एक्शन से पाकिस्तान में हाय-तौबा मच गई थी।

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Indian Army Major involved in Operation Sindoor told the truth about that night
Operation Sindoor में शामिल आर्मी मेजर ने बताया उस रात का सच | Image: Representational

Operation Sindoor : नियंत्रण रेखा (LOC) पर दुश्मन की आक्रामकता का जवाब देने के लिए, भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान स्वदेशी रक्षा तकनीकों को तैनात किया है। इस रक्षात्मक ऑपरेशन के केंद्र में अत्याधुनिक भारतीय-विकसित वायु रक्षा रडार और मिसाइल सिस्टम थे। शत्रुतापूर्ण हवाई गतिविधि का पता लगाने के लिए डिजाइन किए गए एकीकृत वायु निगरानी रडार ने वास्तविक समय पर ट्रैकिंग और तेजी से स्थिति की जानकारी दी।

भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तानी सेना के ऐसे छक्के छुड़ाए की वो दशकों तक याद रखेंगे। ये भारतीय सेना की बहादुरी, शौर्य और पराक्रम का एक परिचय भर था। कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की तरफ से किए गए सीजफायर के उल्लंघन का भारतीय सेना ने भरपूर जवाब दिया। ऑपरेशन सिंदूर में शामिल आर्मी के मेजर ने बताया कि भारत की कार्रवाई को पाकिस्तान दशकों तक जवाब याद रहेगा। उन्होंने कहा- 

'गोली उन्होंने चलाई, लेकिन धमाके हमने किए'

'हमारी तरफ से कोई हताहत नहीं हुआ'

जम्मू-कश्मीर में तैनात ऑपरेशन सिंदूर में शामिल भारतीय सेना के एक मेजर बताया- "ऑपरेशन सिंदूर कोई प्रतिक्रिया नहीं थी, यह एक सोची-समझी स्ट्राइक थी। हमारा इरादा बिल्कुल साफ था, हमें दुश्मन के आतंकी ढांचे और घुसपैठ में मदद करने वाली चौकियों को नष्ट करना था। हम इसके लिए पूरी तरह से तैयार थे- मानसिक, सामरिक और तार्किक रूप से... इसके लिए हमारे पास स्वदेशी उन्नत रडार सिस्टम और अलग-अलग लक्ष्य प्राप्ति प्रणालियां थीं, लेकिन इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण बात थी हमारे सैनिकों का जज्बा... पाकिस्तान की तरफ से बहुत सारी तोपें दागी गईं, मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि हमारी तरफ से कोई हताहत नहीं हुआ।"

मेजर ने आगे कहा- "हमारा लक्ष्य उनके आतंकी ढांचे को नष्ट करना था। जब उन्होंने हमारे नागरिक क्षेत्र और सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाना शुरू किया, तो हमारा इरादा साफ था - अगर वे हमारे गांव पर गोले दागेंगे, तो हम उनकी चौकियों को नष्ट कर देंगे। हमारा हर गोला उनके लिए जवाब था। हमने सुनिश्चित किया कि कोई भी नागरिक न मारा जाए... ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल उनकी चौकियों को नष्ट किया, बल्कि उनके मनोबल को भी गिराया। हमारे पास मौका था और हमने इसका पूरा फायदा उठाया। हमने ऐसा जवाब दिया है कि वे इस ऑपरेशन को हमेशा याद रखेंगे और भविष्य में कुछ भी करने से पहले सौ बार सोचेंगे।"

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क्या है ऑपरेशन सिंदूर?

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब दिया। भारत के छोटे से एक्शन से पाकिस्तान में हाय-तौबा मच गई थी। भारतीय सेना ने पहलगाम हमले का बदला देते हुए 6-7 मई की रात को पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (पीओके) में पाकिस्तान के अंदर 100 किलोमीटर तक घुसकर 9 आंतकी ठिकानों को तबाह किया था। इस सैन्य अभियान का कोडनेम ही 'ऑपरेशन सिंदूर' रखा गया है।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 19 May 2025 at 23:12 IST