अपडेटेड 19 May 2025 at 20:15 IST
पलक झपकते ही पूरा पाकिस्तान पार... भारत के पास होगी दुनिया की शक्तिशाली हाइपरसोनिक मिसाइल, स्पीड जान ड्रैगन के भी उड़ जाएंगे होश
हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल हथियारों की एक ऐसी श्रेणी है, जो ध्वनि की गति से पांच गुना (6100 किलोमीटर प्रति घंटा) से अधिक की रफ्तार पर उड़ती हैं। हाइपरसोनिक मिसाइलें अक्सर वायुमंडल में कम ऊंचाई पर उड़ती हैं, जिससे रडार द्वारा उनका पता लगाना मुश्किल हो जाता है।
- डिफेंस न्यूज
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DRDO Hypersonic Missile : रक्षा क्षेत्र में भारत एक नया अध्याय लिखने जा रहा है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) जल्द एक ऐसी स्वदेशी मिसाइल लॉन्च करने जा रहा है, जो मैक 5 यानी ध्वनि की गति से पांच गुना अधिक की गति से अपनी टारगेट की तरफ बढ़ेगी। भारत की ये मिसाइल विश्व की सबसे तेज और घातक मिसाइलों में से एक होगी। DRDO जल्द ही इस हाइपरसोनिक मिसाइल को लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है।
इस मिसाइल की गति लगभग 6120 किमी/घंटा होगी। हाल में अपडेट्स के अनुसार, DRDO ने हाइपरसोनिक मिसाइल के लिए महत्वपूर्ण स्क्रैमजेट इंजन और अन्य उप-प्रणालियों का सफल परीक्षण किया है। यह मिसाइल मैक 5 या उससे अधिक की गति प्राप्त करने में सक्षम होगी, जो इसे अत्याधुनिक और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बनाती है। DRDO ने अप्रैल 2025 में 16 मिनट से अधिक समय तक स्क्रैमजेट कॉम्बस्टर का सफल परीक्षण किया, जो हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
स्क्रैमजेट इंजन का परीक्षण
25 अप्रैल, 2025 को रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला (DRDL) ने हाइपरसोनिक हथियार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। डीआरडीएल रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की हैदराबाद स्थित महत्वपूर्ण प्रयोगशाला है। DRDL ने हैदराबाद में अत्याधुनिक स्क्रैमजेट कनेक्ट टेस्ट सुविधा केंद्र में 1,000 सेकंड से अधिक समय तक एक्टिव कूल्ड स्क्रैमजेट सबस्केल कॉम्बस्टर का जमीनी परीक्षण पूरा किया। इससे पहले यह परीक्षण जनवरी, 2025 में 120 सेकंड के लिए किया गया था। इस सफल परीक्षण के साथ ही यह प्रणाली अब जल्द ही पूरी तरह से उड़ान भरने के परीक्षण के लिए तैयार हो जाएगी।
हाइपरसोनिक मिसाइल क्या है?
हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल हथियारों की एक ऐसी श्रेणी है, जो ध्वनि की गति से पांच गुना (6100 किलोमीटर प्रति घंटा) से अधिक की रफ्तार पर उड़ती हैं। यह एयर ब्रीदिंग इंजन द्वारा संचालित होती है। हाइपरसोनिक मिसाइल की गति 6,120 किमी प्रति घंटा से 24,140 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है। यह उड़ान के दौरान दिशा बदल सकती है, जिससे इसको ट्रैक करना कठिन होता है।
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हाइपरसोनिक मिसाइलें अक्सर वायुमंडल में कम ऊंचाई पर उड़ती हैं, जिससे रडार द्वारा उनका पता लगाना मुश्किल हो जाता है। हाइपरसोनिक मिसाइलें मिनटों में लंबी दूरी तय कर सकती हैं, जिससे दुश्मन को प्रतिक्रिया के लिए बहुत कम समय मिलता है। DRDO की यह उपलब्धि भारत को हाइपरसोनिक तकनीक में रूस, अमेरिका और चीन जैसे देशों के समकक्ष ले आएगी।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 19 May 2025 at 20:15 IST