अपडेटेड May 6th 2025, 22:44 IST
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ वॉर के बीच भारत और ब्रिटेन ने मुफ्त ट्रेड डील पर मुहर लगा दी है। दोनों देशों के लिए ये डील एक ऐतिहासिक फैसला माना जा रहा है। इससे दोनों देशों के कई सेक्टरों को फायदा मिलने वाला है। व्हिस्की-कॉस्मेटिक से लेकर चॉकलेट, फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक्स समेत कई सेक्टरों को इससे लाभ मिलने वाला है। इससे रोजगार के अवसर भी मिलने की संभावना है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने डील को लेकर कहा कि यह ऐतिहासिक और महत्वाकांक्षी डील नौकरियों, निर्यात और राष्ट्रीय विकास को बढ़ावा देगा। 99 प्रतिशत भारतीय निर्यात शून्य शुल्क से लाभान्वित होंगे और यह समझौता सेवाओं, जैसे कि IT/ITES, वित्तीय सेवाओं, पेशेवर सेवाओं, अन्य व्यावसायिक सेवाओं और शैक्षिक सेवाओं में व्यापार को बढ़ावा देगा।
वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि यह समझौता भारत के विकसित भारत 2047 के दृष्टिकोण के अनुरूप है और दोनों देशों की विकास आकांक्षाओं को पूरा करता है। FTA सभी क्षेत्रों में वस्तुओं के लिए व्यापक बाजार पहुंच सुनिश्चित करता है। भारत को लगभग 99% टैरिफ लाइनों पर टैरिफ उन्मूलन से लाभ होगा, जो लगभग 100% व्यापार मूल्य को कवर करेगा। इसकी वजह से भारत और ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि के लिए बड़े अवसर मिलेंगे।
मंत्रालय ने कहा, "भारत को आईटी/आईटीईएस, वित्तीय सेवाओं, व्यावसायिक सेवाओं, अन्य व्यावसायिक सेवाओं और शैक्षिक सेवाओं जैसी सेवाओं में ब्रिटेन की सबसे महत्वाकांक्षी एफटीए प्रतिबद्धता से लाभ होगा, जिससे नए अवसर और नौकरियां मिलेंगी।"
जानकारी के अनुसार यह श्रम और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कपड़ा, समुद्री उत्पाद, चमड़ा, जूते, खेल के सामान और खिलौने, रत्न और आभूषण जैसे क्षेत्रों और इंजीनियरिंग सामान, ऑटो पार्ट्स और इंजन और कार्बनिक रसायन जैसे अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए निर्यात के अवसर खोलेगा। इससे ब्रिटेन में अन्य देशों के मुकाबले भारतीय वस्तुओं की प्रतिस्पर्धात्मकता में काफी सुधार होगा। एफटीए से भारत में रोजगार के लिए महत्वपूर्ण सकारात्मक लाभ होगा। ब्रिटेन की शराब, चॉकलेट, बिस्कुट, मांस, ऑटो मोबाइल समेत की चीजों में भारतीय बाजार में राहत मिलेगी।
पब्लिश्ड May 6th 2025, 22:44 IST