अपडेटेड 27 April 2025 at 19:02 IST
Indo-Pak Tension के बीच इंडियन नेवी ने की एंटी-शिप मिसाइलों की सफल टेस्टिंग, अब थर-थर कांपेगा पाकिस्तान
भारत-पाकिस्तान में तनाव के बीच इंडियन नेवी ने एंटी शिप मिसाइलों की सफल टेस्टिंग की। इसकी जानकारी इंडियन नेवी की तरफ से सोल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी गई।
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भारत और पाकिस्तान में जारी तनाव के बीच भारतीय नौसेना ने अपना दम दिखाया है। नौसेना की ओर से साझा जानकारी के अनुसार भारतीय नौसेना के युद्धपोतों ने कई सफल एंटी-शिप मिसाइल फायरिंग की है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि फायरिंग लंबी दूरी के सटीक आक्रामक हमलों के लिए प्लेटफार्मों, प्रणालियों और चालक दल की परिचालन तत्परता को फिर से सत्यापित करने और प्रदर्शित करने के लिए की गई थी।
इस अभ्यास का उद्देश्य इंडियन नेवी की युद्ध तत्परता और भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने की उसकी क्षमता का प्रदर्शन करना था। युद्धपोतों को अरब सागर में तैनात किया गया था। पोस्ट में कहा गया है, "भारतीय नौसेना के जहाजों ने लंबी दूरी के सटीक आक्रामक हमले के लिए प्लेटफॉर्म, सिस्टम और चालक दल की तत्परता को फिर से प्रमाणित करने और प्रदर्शित करने के लिए कई सफल एंटी-शिप फायरिंग की। भारतीय नौसेना किसी भी समय कहीं भी किसी भी तरह से राष्ट्र के समुद्री हितों की रक्षा करने के लिए युद्ध के लिए तैयार, विश्वसनीय और भविष्य के लिए तैयार है।"
इंडियन नेवी ने MR-SAM का किया सफल परीक्षण
यह जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद आया है, जिसमें 28 लोग मारे गए थे, जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था। इससे पहले भारतीय नौसेना के युद्धपोत INS सूरत ने अरब सागर में मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (MR-SAM) वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली का सफल परीक्षण किया।
नौसेना की एक और मिसाइल ने दिखाई ताकत
यह परीक्षण अरब सागर में पाकिस्तानी नौसेना द्वारा निर्धारित सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल के परीक्षण से पहले हुआ है। एमआर-एसएएम सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों और अन्य हवाई लक्ष्यों के खिलाफ अत्यधिक प्रभावी है। भारतीय नौसेना ने एक्स पर लिखा, "भारतीय नौसेना के नवीनतम स्वदेशी निर्देशित मिसाइल विध्वंसक आईएनएस सूरत ने समुद्र में लक्ष्य को सफलतापूर्वक निशाना बनाया, जो हमारी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में एक और मील का पत्थर साबित हुआ।"
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एक बयान के अनुसार, यह उपलब्धि स्वदेशी युद्धपोत डिजाइन, विकास और संचालन में भारतीय नौसेना की बढ़ती हुई क्षमता को दर्शाती है और रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भरता के लिए राष्ट्र की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
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Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 27 April 2025 at 18:56 IST