अपडेटेड May 4th 2025, 15:33 IST
भारत का पाकिस्तान पर 'वॉटर स्ट्राइक' जारी है। सिंधु नदी का पानी रोकने के बाद अब चिनाब नदी पर बगलिहार बांध के माध्यम से पानी के प्रवाह को रोक दिया गया है। इसके अलावा भारत झेलम नदी पर बने किशनगंगा बांध को लेकर भी इसी तरह के कदम उठाने की योजना बना रहा है। जानकारी के मुताबिक जम्मू के रामबन में स्थित बगलिहार बांध और उत्तरी कश्मीर में स्थित किशन गंगा बांध इन नदियों पर भारत को पाकिस्तान से बेहतर स्थिति में रखते हैं। भारत सरकार इन बांधों के जरिए विद्युत उत्पादन करती है और इसके साथ ही यही बांध भारत को इन नदियों में पानी रोकने और छोड़ने की क्षमता प्रदान करते हैं।
भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद दशकों पुरानी संधि को निलंबित करने का निर्णय लिया। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। विश्व बैंक की मध्यस्थता से की गई सिंधु जल संधि ने 1960 से भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के उपयोग को नियंत्रित किया है।
लंबे समय से विवाद में बगलिहार बांध
बगलिहार बांध दोनों पड़ोसियों के बीच लंबे समय से विवाद का विषय रहा है। पाकिस्तान इस मामले में विश्व बैंक की मध्यस्थता की मांग कर चुका है। पाकिस्तान को किशनगंगा बांध को लेकर भी खासकर झेलम की सहायक नदी नीलम पर इसके प्रभाव के कारण आपत्ति है। इससे पहले पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई को लेकर दिल्ली में हलचल तेज हो गई है।
पीएम मोदी ने रविवार को वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल एपी सिंह से मुलाकात की। इससे पहले पीएम मोदी ने नेवी चीफ से भी मुलाकात की थी। इस मीटिंग में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी मौजूद थे।
पब्लिश्ड May 4th 2025, 14:30 IST