अपडेटेड 2 July 2025 at 13:33 IST
इन दिनों अचानक हार्ट अटैक से हो रही मौतों के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसे में लोगों के बीच यह भी चर्चा शुरू हो गई थी कि इन सबके पीछे की वजह कहीं कोरोना वैक्सीन तो नहीं है। स्वाथ्य मंत्रालय भी इस पर लगातार नजर बनाए हुए था। अब
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) द्वारा की गई ताजा स्टडी में यह साफ कर दिया गया है कि Covid-19 के बाद युवाओं और वयस्कों की हो रही अचानक मौतों का कोई संबंध कोरोना वैक्सीन से नहीं है।
दरअसल, बीते कुछ दिनों से देश में 40 साल से कम उम्र के लोगों में हार्ट अटैक के मामले बढ़ें हैं और कोरोना महामारी के बाद में इसमें ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में लोगों के मन में कोरोना के वैक्सीन को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। मगर एक ताजा स्टडी के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी स्पष्ट किया है कि युवाओं में हो रहे हार्ट अटैक और कोरोना वैक्सीन के बीच कोई लिंक नहीं है।
मंत्रालय ने बताया कि यह स्टडी मई से अगस्त 2023 के बीच देश के 19 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 47 प्रमुख अस्पतालों में की गई थी। यह स्टडी ऐसे लोगों पर की गई, जो पूरी तरह से स्वस्थ थे लेकिन अक्टूबर 2021 से मार्च 2023 के बीच उनकी अचानक मौत हो गई। इन मामलों का विश्लेषण करने के बाद विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया कि कोविड-19 वैक्सीन से हार्ट अटैक या अन्य हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा नहीं बढ़ा है।
स्टडी में पाया गया कि कुछ केस में जेनेटिक म्यूटेशन के चलते दिल का दौरा पड़ने जैसी घटनाएं बढ़ी है।प्रारंभिक निष्कर्षों में यह भी पाया गया है कि जीवनशैली में गड़बड़ी, तनाव, पहले से मौजूद स्वास्थ्य स्थितियां और अनियमित खानपान जैसी वजहें इन मौतों के पीछे प्रमुख कारक हो सकती हैं। यह रिपोर्ट कुछ दिनों में स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सार्वजनिक की जाएगी। सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि कोरोना वैक्सीन को लेकर जो दावे किए जा रहे हैं वो आधारहीन हैं। कोरोना वैक्सीन की वजह से ही कोरोना महामारी के दौरान लाखों लोगों की जान बची थी।
दरअसल, बीते दिनों कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक बयान में दावा किया कि अचानक हो रही मौतों के पीछे कोरोना वैक्सीन का प्रभाव हो सकता है। मुख्यमंत्री का कहना था कि जिन युवाओं की जान गई, उन्होंने हाल ही में कोविड वैक्सीन ली थी, और इस बात की गहन जांच होनी चाहिए कि क्या इसका कोई दुष्प्रभाव उनकी मृत्यु का कारण बना। मगर अब केंद्र सरकार ने उनके इस दावे को खारिज कर दिया है और इस तरह के अफवाहों से बचने और वैक्सीनेशन को लेकर किसी भी प्रकार की भ्रांति में न आने की अपील की है।
पब्लिश्ड 2 July 2025 at 13:29 IST