अपडेटेड 1 August 2024 at 11:03 IST
हिमाचल प्रदेश में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। मूसलाधार बारिश के बीच बादल फटने की घटना भी लगातार हो रही है। शिमला से लेकर कुल्लू, मंडी तक अलग-अलग जगहों पर बादल फटने की घटना में 50 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। NDRF को रेस्क्यू के लिए उतारा गया है। वहीं, IMD ने हिमाचल में अगले कुछ घंटों में भारी बारिश की संभावना जताई है।
पहाड़ों पर बरस आसमानी आफत अपने साथ सब कुछ बहा कर ले जा रही है। नदियां उफान पर है। सड़कें दरियां बन गई है। बादल फटने से भारी तबाही हुई। शिमला, कुल्लू, मंडी में हालत बद से बदतर हो गई है। सड़कें बह गयी हैं। इलाके में बिजली गुल है। बादल फटने की घटना से बड़ी संख्या में लोग लापता हैं। ड्रोन से लोगों की तलाश की जा रही है।
शिमला जिले के रामपुर क्षेत्र के समेज खड्ड में बादल फटने के बाद 50 लोग लापता हैं और अब तक 2 शव बरामद किए गए हैं, जिसके बाद खोज और बचाव अभियान के लिए शिमला में SDRF की टीम मौके पर पहुंची। शिमला के डिप्टी कमिश्नर (DC) अनुपम कश्यप हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
NDRF, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, पुलिस और होम गार्ड ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है। DC कश्यप ने बताया कि लापता लोगों की तलाश के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं, लगातार हो रही भारी बारिश के कारण ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया है। नदी के किनारे के इलाकों को खाली कराया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला जिले के रामपुर क्षेत्र के समेज खड्ड में खोज और बचाव अभियान के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक की, जहां बादल फटने के बाद 50 से अधिक लोग लापता हैं और अब तक 2 शव बरामद किए गए हैं।
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने X पोस्ट में लिखा, "शिमला की रामपुर तहसील, मंडी ज़िले की पधर तहसील और कुल्लू के गांव जाओन, निरमंड में बादल फटने से 50 से अधिक लोगों के लापता होने का अत्यंत दुखद समाचार मिला। NDRF, SDRF, पुलिस, होम गार्ड और फायर सर्विसेज की टीमें राहत, खोज और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
स्थानीय प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य को सुचारु रूप से करने के निर्देश दिये गए हैं। मैं अधिकारियों से संपर्क में हूं और राहत व बचाव कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहा हूँ। राज्य सरकार हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पब्लिश्ड 1 August 2024 at 11:03 IST