अपडेटेड 24 February 2024 at 18:50 IST
CM धामी सरकार का बड़ा एक्शन, हल्द्वानी हिंसा का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक दिल्ली से गिरफ्तार
Haldwani Violence: हल्द्वानी हिंसा मामले में CM धामी सरकार को बड़ी कामयाबी मिली है।
- भारत
- 3 min read
Delhi News: हल्द्वानी हिंसा मामले में CM धामी सरकार को बड़ी कामयाबी मिली है। मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है। आईजी नीलेश भरणे ने जानकारी देते हुए कहा कि 8 फरवरी को बनभूलपुरा, हल्द्वानी में हुई हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक को उत्तराखंड पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है।
आपको बता दें कि बीते दिनों नैनीताल पुलिस द्वारा हल्द्वानी के बनभूलपुरा हिंसा के मुख्य आरोपियों के पोस्टर जारी किए गए थे, जिसमें 9 उपद्रवियों की पहचान की गई थी। इनमें अब्दुल मलिक (मास्टरमाइंड), तस्लीम, वसीम उर्फ हप्पा, अयाज अहमद, अब्दुल मोईद, रईस उर्फ दत्तू, शकील अंसारी, मौकिन सैफी और जिया उल रहमान के नाम शामिल थे।
नीलेश भरणे ने क्या कहा?
PHQ प्रवक्ता आईजी नीलेश भरणे ने कहा- 'अब्दुल मलिक को दिल्ली से (हल्द्वानी के बनभूलपुरा में 8 फरवरी को हुई हिंसा के मामले में) गिरफ्तार किया गया है। नैनीताल पुलिस की टीम जांच को आगे बढ़ा रही है। जल्द ही वे उसे कोर्ट में पेश करेंगे।
अब्दुल मलिक, उसकी पत्नी के खिलाफ एक और मामला दर्ज
इससे पहले हल्द्वानी हिंसा के मामले में मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक और उसकी पत्नी सहित छह लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी करने और आपराधिक साजिश रचने का एक नया मामला दर्ज किया गया था।
Advertisement
पुलिस ने बताया कि बनभूलपुरा में आठ फरवरी को अवैध मदरसे के ध्वस्तीकरण के दौरान भड़की हिंसा के मामले में चार और उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है। नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि मलिक और उसकी पत्नी साफिया उन छह लोगों में शामिल हैं जिनके खिलाफ आपराधिक साजिश रचने और अवैध रूप से प्लॉट काटने, निर्माण और जमीन के हस्तांतरण के लिए धोखाधड़ी से मृत व्यक्ति के नाम का इस्तेमाल करने का मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि उन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी (आपराधिक साजिश), 417 (धोखाधड़ी) और 420 (धोखाधड़ी और बेईमानी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले घटना के संबंध में तीन प्राथमिकी दर्ज की गई थीं। हल्द्वानी में हिंसा ग्रस्त इलाके में लोगों को धन राशि बांटे जाने से संबंधित वीडियो के मुद्दे पर अधिकारी ने कहा कि पैसे बांटने वाले लोग हैदराबाद की एक गैर सरकारी संस्था के हैं।
Advertisement
उन्होंने कहा कि जांच से पता चला है कि संस्था ‘हैदराबाद यूथ करेज’ के कुछ लोगों ने धन राशि बांटी। मीणा ने कहा, ‘‘धन के स्रोत और उनके द्वारा वितरित की गई राशि की जांच की जा रही है। पुलिस और अन्य संबंधित विभागों द्वारा उचित कार्रवाई की जाएगी।’’
ये भी पढ़ेंः Assam: CM हिमंता ने क्यों लिया मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण अधिनियम को रद्द करने का फैसला, जानिए
(इनपुटः PTI)
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 24 February 2024 at 16:19 IST