अपडेटेड 29 April 2025 at 11:23 IST
'उसके 3 बार अल्लाहु अकबर बोलते ही फायरिंग...', जिपलाइनिंग कर रहे टूरिस्ट ने बयां किया पहलगाम आतंकी हमले का खौफनाक मंजर
पहलगाम में छुट्टियां बिताने पहुंचे एक पर्यटक ऋषि भट्ट ने जिपलाइनिंग करते वक्त अनजाने में आतंकी हमले का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया जो कि सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
- भारत
- 4 min read

Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से पूरा देश सहमा हुआ है। इसे लेकर देशभर में गम और आक्रोश है। इस बीच एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसमें हमले के भयावह पल कैमरे में कैद हैं। इसे एक पर्यटक ऋषि भट्ट ने जिपलाइनिंग करते वक्त अनजाने में रिकॉर्ड कर लिया जो कि सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो चुका है। वीडियो में जिपलाइनिंग का लुत्फ उठा रहे सैलानी ऋषि ने पहलगाम हमले का खौफनाक मंजर बयां किया है।
दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में जिपलाइनिंग करते गुजरात के अहमदाबाद के पर्यटक ऋषि भट्ट को देखा गया जब आतंकियों ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। चश्मदीद ऋषि भट्ट ने पहलगाम हमले की रोंगटे खड़ी कर देने वाली पूरी कहानी बताई है। उन्होंने बताया कि जिपलाइनर ने तीन बार अल्लाहु अकबर कहा जिसके बाद फायरिंग शुरू हो गई।
‘मैं जिपलाइनिंग कर रहा था, तभी गोलीबारी…’
ऋषि भट्ट ने पहलगाम की घटना को याद करते हुए बताया, 'जब मैं जिपलाइनिंग कर रहा था, तभी गोलीबारी शुरू हो गई। मुझे करीब 20 सेकंड तक इसका अहसास नहीं हुआ। मुझे अचानक लगा कि गोलीबारी शुरू हो गई है और जमीन पर मौजूद लोग मार जा रहे हैं। मैंने देखा कि 5-6 लोगों को गोली लग गई है। करीब 20 सेकंड बाद मुझे एहसास हुआ कि यह एक आतंकवादी हमला था। उसने (जिपलाइन ऑपरेटर ने) तीन बार 'अल्लाहु अकबर' कहा जिसके बाद गोलीबारी शुरू हो गई।'
'लोगों से उनका धर्म पूछा और फिर गोली मार दी'
उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को बताते हुए आगे कहा, 'मुझे पता चला कि हमसे आगे दो परिवारों के लोगों से उनका धर्म पूछा गया और मेरी पत्नी और बेटे के सामने उन्हें गोली मार दी गई। मेरी पत्नी और बेटा चिल्ला रहे थे। मैंने अपनी बेल्ट खोली और नीचे कूद गया। इसके बाद अपनी पत्नी और बेटे को लेकर भागने लगा। हमने देखा कि लोग एक जगह छिपे हुए हैं जो एक गड्ढे की तरह थी, इसलिए वहां आसानी से किसी को देखा नहीं जा सकता था। हम भी वहां छिप गए। जब 8-10 मिनट के बाद गोलीबारी रुकी, तो हम मुख्य द्वार की ओर भागने लगे। फिर से गोलीबारी शुरू हो गई और 4-5 लोगों को गोली लगी। हमारे सामने 15-16 पर्यटकों को गोली लगी। जब हम गेट पर पहुंचे तो हमने देखा कि स्थानीय लोग पहले ही जा चुके थे।'
Advertisement
'सेना को देख राहत की सांस ली…'
चश्मदीद ने आगे बताया, 'गाइड हमें वहां से ले गया। इसके बाद हमें जल्द ही भारतीय सेना के जवान दिखे जिसके बाद हमने राहत की सांस ली। उन्होंने पर्यटकों समेत पूरे पलगाम को 20-25 मिनट के भीतर कवर कर लिया था। सेना के आने के बाद हमने खुद को सुरक्षित महसूस किया। मैं भारतीय सेना का आभारी हूं।'
मुझे जिपलाइनिंग ऑपरेटर पर शक- चश्मदीद
ऋषि ने आगे आरोप लगाते हुए कहा, 'मेरे सामने 9 लोग जिपलाइन कर चुके थे, लेकिन ऑपरेटर ने कुछ नहीं कहा। जब मैं स्लाइड कर रहा था, तो उसने बात की और फिर गोलीबारी शुरू हो गई। इसलिए, मुझे उस पर संदेह है। उसने तीन बार 'अल्लाहु अकबर' कहा और फिर गोलीबारी शुरू हो गई। वह एक आम कश्मीरी जैसा लग रहा था।'
Advertisement
22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ आतंकी हमला
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तानी आतंकवादियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों को गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया। आतंकियों ने पर्टयकों से उनका धर्म पूछ-पूछकर गोलियां मारी। इस आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में रोष है। देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया ने इस कायराना हमले की निंदा की है और आतंक के साथ निर्णायक लड़ाई में सहयोग का भरोसा दिलाया है।
Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 29 April 2025 at 11:18 IST