अपडेटेड 9 April 2025 at 23:20 IST
Tahawwur Rana: '6 पैकेट वाली पैंट, उसने मुझे गाली दी फिर गोली चला दी...', 26/11 अटैक के समय क्या हुआ? चश्मदीद ने बताई कहानी
Mumbai attack : तहव्वुर राणा को भारत लाने की खबर के बाद मुंबई अटैक के सर्वाइवल बेहद खुश हैं। 26/11 के चश्मदीद तौफीक शेख ने रिपब्लिक भारत को बताई उस दिन की कहानी
- भारत
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Tahawwur Rana Extradition : मुंबई अटैक के एक और गुनाहगार के हिसाब-किताब का समय आ गया है। हमले की साजिश में शामिल पाकिस्तानी मूल के आतंकी ताहववुर हुसैन राणा (Tahawwur Rana) को अमेरिका से भारत लाया जा रहा है। अमेरिका की जेल में 5 साल से बंद तहव्वुर राणा को यूएस एजेंसियों ने इंडियन अथॉरिटीज के हवाले कर दिया गया है। लॉस एंजिल्स से विशेष विमान के जरिए उसे को भारत लाया जा रहा है।
पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक तहव्वुर राणा कई सालों से अमेरिका की जेल में कैद था। उसने भारत में प्रत्यर्पण को रोकने के लिए अमेरिकी कोर्ट में याचिका दाखिल की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। तहव्वुर राणा ने मुंबई अटैक की साजिश में बेहद अहम भूमिका निभाई थी। वो पाकिस्तानी एजेंसी ISI के लिए काम करता था, उसने मुंबई में हमलों वाली जगहों की रेकी करने वाले डेविड कोलमैन हेडली को फर्जी दस्तावेज मुहैया कराए थे। तहव्वुर राणा जैश के सरगना हाफिज सईद के भी संपर्क में था। तहव्वुर राणा का भारत आना हमारे देश की बड़ी कूटनितिक सफलता है।
पहले NIA कोर्ट में पेशी
भारत लाने के बाद तहव्वुर राणा को किस जेल में रखा जाएगा, अभी इसका खुलासा नहीं हुआ है। उसे रखने के लिए दिल्ली और मुंबई की जेलों में विशेष तैयारी की जा रही है। जेल में विशेष हाई सिक्योरिटी सेल का इंतजाम किया गया है। माना जा रहा कि खुफिया एजेंसियां, तहव्वुर के नए ठिकाने को लेकर आखिरी वक्त में फैसला करेंगी। सूत्रों के मुताबिक पहले NIA की टीम उसे दिल्ली के NIA कोर्ट में पेश कर अधिक से अधिक दिनों की कस्टडी मांगेगी।
NIA ने नवंबर 2009 में गृह मंत्रालय के निर्देश पर डेविड कॉलमैन हेडली, तहव्वुर राणा और अज्ञात लोगों के खिलाफ 11 नवंबर, 2009 को मुकदमा दर्ज किया था। मुंबई पुलिस के अलावा 26/11 आतंकी हमले में NIA ने साजिश का एक मुकदमा दिल्ली में दर्ज किया था। इसलिए पहले आतंकी राणा को दिल्ली लाया जाएगा। इस तरह के मामलों में एजेंसी 27 दिन से लेकर 30 दिनों की एक साथ कस्टडी लेती है।
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चश्मदीद की आपबीती
तहव्वुर राणा को भारत लाने की खबर के बाद मुंबई अटैक के सर्वाइवल बेहद खुश हैं। 26/11 हमले के चश्मदीद तौफीक शेख ने रिपब्लिक भारत से बात करते हुए उस काले दिन आपबीती सुनाई। तौफीक शेख ने उस दिन की तस्वीरें भी दिखाई हैं। तौफीक ने बताया-
"मैं उस दिन सीएसटी स्टेशन पर था। अचानक, मैंने बहुत शोर सुना और फिर मुझे लगा कि बम फटा है। रेलवे स्टेशन पर बहुत सारे लोग टिकट लेने आए थे। मैंने सभी को छिपने के लिए कहा। अचानक, मैंने गोली चलती देखी। एक लड़का जो मेरी ही ऊंचाई का था, उसके हाथ में बंदूक थी। वो अजमल कसाब था, जिसकी पहचान मुझे बाद में हई। वो मेरे पास आया और पंजाबी में मुझे गाली दी। फिर उसने गोली चलानी शुरू कर दी। एक व्यक्ति की गर्दन में गोली लगी थी। मैं उसकी गर्दन पकड़े हुए था, खून बह रहा था और मैं उसके बगल में बैठा था। बहुत सारे लोग थे, मैंने उन्हें रेलवे स्टेशन के कैश काउंटर पर छिपने के लिए कहा। मैंने कैसे भी खुदको और अपने आस-पास के लोगों को बचाने की कोशिश की।"
'उसे गोली मार देनी चाहिए'
तहव्वुर राणा की भारत वापसी पर तौफीक शेख ने कहा- "मैं चाहता हूं कि उसे सजा जल्दी दी जाए। मैं सभी से अपील करता हूं कि उसे यहां ज्यादा दिनों तक रखने की जरूरत नहीं है। दुबई या अन्य देशों के कानूनों की तरह उसे गोली मार देनी चाहिए। मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाकर जल्द से जल्द निपटाया जाना चाहिए।"
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तहव्वुर राणा की क्राइम कुंडली
मुंबई हमले का आरोपी तहव्वुर राणा पेशे से डॉक्टर है और पाकिस्तानी सेना में कर चुका है। उसने आतंकी हेडली के साथ मुंबई हमले की साजिश रची और उसी के साथ ISI से जुड़ा था। राणा, डेविड हेडली के बचपन का दोस्त है। वो 1997 में पत्नी के साथ कनाडा में जाके बसा और 2001 में कनाडा की नागरिकता हासिल की। भारत ने तहव्वुर को भगोड़ा घोषित किया हुआ है।
NIA ने उसके खिलाफ 2018 में अरेस्ट वारंट जारी किया था। ISI और लश्कर-ए-तैयबा के मेंबर तहव्वुर राणा का नाम मुंबई हमले की चार्जशीट में है। मुंबई हमले का डेविड हेडली मास्टरमाइंड था और तहव्वुर राणा ने हमले में हेडली की मदद की थी। हमले का ब्लूप्रिंट राणा और हेडली ने तैयार किया था। इस आतंकी हमले में 160 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 9 April 2025 at 22:23 IST