अपडेटेड 24 June 2025 at 17:01 IST
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़े करोड़ों कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहतभरी खबर सामने आई है। EPFO ने अग्रिम दावों के लिए ऑटो-सेटलमेंट की सीमा को 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया है, जिससे सदस्यों को अब ज्यादा राशि बिना देरी के सीधे उनके खाते में मिल सकेगी। इस फैसले की घोषणा केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को की। उन्होंने बताया कि यह सेवा विशेष रूप से तत्काल वित्तीय जरूरतों को देखते हुए लागू की गई है और इससे लाखों कर्मचारियों को त्वरित सहायता मिलने की उम्मीद है।
EPFO द्वारा कोविड-19 महामारी के दौरान पहली बार ऑटो-सेटलमेंट की सुविधा शुरू की गई थी, ताकि आपातकालीन परिस्थितियों में सदस्य बिना किसी जटिल प्रक्रिया के अपना फंड निकाल सकें। अब इस सुविधा की सीमा बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी गई है, जो एक बड़ा और सराहनीय सुधार माना जा रहा है। EPFO द्वारा ऑटो क्लेम सेटलमेंट की प्रक्रिया में यह अभूतपूर्व वृद्धि और तीन दिन में एडवांस क्लेम सेटलमेंट की गारंटी, करोड़ों कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत और भरोसे का संकेत है। यह बदलाव कर्मचारी हितों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की दिशा में एक प्रभावशाली और ठोस कदम है।
EPFO के सदस्यों को बिना अधिक कागजी प्रक्रिया के सीधे बड़ी राशि प्राप्त होगी। आपातकाल, बीमारी, शादी, बच्चों की पढ़ाई जैसे मामलों में समय पर सहायता मिलेगी। अब आपातकालीन स्थितियों आपको ईपीएफओ की इस सुविधा का लाभ मिलेगा
इसके बाद अब EPFO सदस्य तेजी से अपने फंड का एडवांस हिस्सा निकाल सकेंगे, और उन्हें लंबी औपचारिकताओं या दफ्तरों के चक्कर काटने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। यह सुविधा कर्मचारियों को न सिर्फ आर्थिक सुरक्षा देती है, बल्कि उनके जीवन में संवेदनशील परिस्थितियों में भरोसेमंद साथ भी बनती है। इसके बाद EPFO के सिस्टम में पारदर्शिता और जवाबदेही भी बढ़ेगी। EPFO द्वारा ऑटो-सेटलमेंट लिमिट को बढ़ाकर 5 लाख रुपये करना उन कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत है, जिन्हें तुरंत फंड की जरूरत होती है। यह फैसला सिर्फ एक तकनीकी बदलाव नहीं, बल्कि करोड़ों श्रमिकों के जीवन में सुरक्षा और विश्वास की भावना को मजबूत करने की दिशा में एक ठोस कदम है।
पब्लिश्ड 24 June 2025 at 17:01 IST