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अपडेटेड May 10th 2025, 21:12 IST

भारत-पाकिस्तान सीजफायर के बाद शुभम की विधवा पत्नी की आई पहली प्रतिक्रिया, कहा- जबतक आतंकवाद रहेगा ऑपरेशन सिंदूर...

भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम पर बनी सहमति के बीच पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या द्विवेदी का बयान सामने आया है।

Reported by: Nidhi Mudgill
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शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या द्विवेदी
शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या द्विवेदी | Image: ANI

India Pakistan Ceasefire: भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम पर बनी सहमति के बीच पहलगाम आतंकी हमले में (PahalgamTerroristAttack) मारे गए शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या द्विवेदी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत आभारी हूं जिस तरह से ऑपरेशन सिंदूर के जरिए 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया। मुझे सशस्त्र बलों और प्रधानमंत्री मोदी पर पूरा भरोसा है। ऐशान्या ने यह भी दोहराया कि यह लड़ाई पाकिस्तान से नहीं, बल्कि आतंकवाद से है और जब तक आतंकवाद जीवित है, ऑपरेशन सिंदूर जैसे अभियान चलते रहेंगे। 

भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर सहमति के तहत, भारतीय समयानुसार शाम 5 बजे से दोनों पक्षों के बीच जमीन, हवा और समुद्र में सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद हो जाएगी। यह निर्णय आज लागू होगा और सैन्य संचालन महानिदेशक 12 मई को फिर से बातचीत करेंगे।

शुभम द्विवेदी की पत्नी ने कहा- मैं आभारी हूं…

शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या द्विवेदी ने कहा- 'मैं बहुत आभारी हूं, जिस तरह से ऑपरेशन सिंदूर के जरिए 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया। मुझे सशस्त्र बलों और प्रधानमंत्री मोदी पर पूरा भरोसा है। यह लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है। उन्होंने आतंकवाद को खत्म करने के लिए यह लड़ाई शुरू की, जब तक आतंकवाद रहेगा, ऑपरेशन सिंदूर जारी रहेगा।' 

दरअसल, पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत का 'ऑपरेशन सिंदूर' जारी ही था कि खबर आई है कि पाकिस्तान बैकफुट पर आ गया है और दोनों देशों के बीच युद्ध विराम को लेकर सहमति बन गई है। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस बात की जानकारी दी है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, 'पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने आज दोपहर 15:35 बजे भारतीय DGMO को फोन किया। उनके बीच सहमति बनी कि दोनों पक्ष भारतीय मानक समयानुसार 1700 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे। आज दोनों पक्षों को इस सहमति को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। सैन्य संचालन महानिदेशक 12 मई को 1200 बजे फिर से बात करेंगे।'

गोलीबारी रोकने पर सहमति बनी- एस जयशंकर 

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफॉर्म पर इस बात की पुष्टि कर दी है कि दोनों देशों (भारत और पाकिस्तान) के बीच युद्ध विराम की घोषणा कर दी गई है। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा,' भारत और पाकिस्तान ने आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनाई है। भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लगातार दृढ़ और अडिग रुख अपनाया है। वह आगे भी ऐसा करना जारी रखेगा। इसके पहले 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए भारतीय सेना की ओर से चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' ने पाकिस्तान के आतंकी कैंपों के ठिकानों को तबाह करके रख दिया था।

ऑपरेशन सिंदूर से ने तोड़ी पाकिस्तानी आतंकियों की कमर 

भारत ने अपने इस एक्शन से पाकिस्तान में छिपे आतंकियों की कमर तोड़कर रख दी। पहलगाम हमले के 15 दिन बाद अचानक से भारत ने पूरे देश में मॉकड्रिल का ऐलान किया और 7 मई को देर रात भारतीय सेना (जल, थल और वायुसेना) ने मिलकर ज्वाइंट 'ऑपरेशन सिंदूर' ;चलाया था जिसमें भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर सेना ने 9 आतंकी ठिकानों को नेस्ताबूत कर दिया। भारत की इस कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन के कई टॉप कमांडर मारे गए, जिनके नाम अब सामने आए हैं। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम ने धर्म पूछकर आतंकियों ने वहां घूमने आए टूरिस्ट को निशाना बनाया था। इस बर्बर हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी। 15 दिन बाद इस हमले का बदला लेते हुए भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च किया और पाकिस्तान में घुसकर जैश और लश्कर के ठिकानों को एयरस्ट्राइक कर तबाह कर दिया।

भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर 

'ऑपरेशन सिंदूर' में पांच खूंखार आतंकियों का सफाया
भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' में पाकिस्तान आधारित पांच बड़े आतंकियों को मार गिराया गया। इनमें लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े टॉप कमांडर शामिल थे।

अबू जुंदाल (मुदस्सर खडियान खास) – लश्कर का आतंकी, 'मरकज तैयबा' का प्रमुख था। पाक सेना ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया और अंतिम संस्कार में सैन्य व राजनीतिक हस्तियां शामिल हुईं।
हाफिज मुहम्मद जमील – मसूद अजहर का साला और 'मरकज सुब्हान अल्लाह' का प्रमुख, युवाओं को कट्टरपंथी बनाने में सक्रिय था।
मोहम्मद यूसुफ अजहर – जैश का आतंकी, हथियार प्रशिक्षण में माहिर और IC-814 अपहरण मामले में वांटेड।
खालिद उर्फ अबू अकाशा – लश्कर आतंकी, कई हमलों और हथियारों की तस्करी में शामिल था। अंतिम संस्कार में पाक अधिकारी मौजूद रहे।
मोहम्मद हसन खान – जैश कमांडर मुफ्ती असगर का बेटा, जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों का प्रमुख समन्वयक था।

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पब्लिश्ड May 10th 2025, 21:12 IST