अपडेटेड 18 July 2025 at 20:40 IST
रेलवे ट्रैक से गुजर रहा था झुंड, तभी तेज रफ्तार से आई जनशताब्दी एक्सप्रेस और...बेबी एलिफैंट सहित 3 हाथियों की मौत
पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम जिले से वन्यजीव संरक्षण से जुड़ी एक दर्दनाक खबर सामने आई है। गुरुवार देर रात जनशताब्दी एक्सप्रेस की टक्कर से तीन हाथियों की मौत हो गई।
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पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम जिले से वन्यजीव संरक्षण से जुड़ी एक दर्दनाक खबर सामने आई है। गुरुवार देर रात जनशताब्दी एक्सप्रेस की टक्कर से तीन हाथियों की मौत हो गई, जिनमें एक मादा हाथी, उसका बच्चा और एक वयस्क नर हाथी शामिल हैं। हादसा उस वक्त हुआ जब हाथियों का झुंड रेलवे ट्रैक पार कर रहा था।
इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। जानकारी के अनुसार, रात करीब एक बजे डाउन रेलवे लाइन से जनशताब्दी गुजर रही थी। इसी वक्त बांसतोला स्टेशन के कुछ दूरी पर हाथियों का एक झुंड रेलवे ट्रैक पार कर रहा था। तभी हादसा हुआ, जिसकी चपेट में हाथी के दो छोटे बच्चे एक बड़ा हाथी आ गया। तीनों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। शुक्रवार को जेसीबी की मदद से हाथियों का शव रेलवे ट्रैक से हटाया गया।
हाथियों की मूवमेंट की सूचना थी फिर भी हुआ हादसा
हादसे के वक्त वन विभाग द्वारा समर्थित हुला पार्टी (स्थानीय लोगों की एक पारंपरिक टीम जो हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ती है) हाथियों को मानव बस्ती से दूर ले जाने का प्रयास कर रही थी। राज्य की वन मंत्री बिरबाहा हांसदा ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि “रात करीब 11 बजे ही रेलवे को हाथियों की मूवमेंट की सूचना दे दी गई थी, इसके बावजूद हादसा हो गया। यह बेहद दुखद और चिंताजनक है।”
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वन मंत्री ने आगे बताया कि उत्तर बंगाल में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत हाथी गलियारों (Elephant Corridors) में ट्रेनों की गति पर सख्त नियंत्रण है, लेकिन दक्षिण बंगाल में अभी ऐसे कोई कानून प्रभावी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और वह स्वयं जल्द घटनास्थल का दौरा करेंगी।
हादसे के बाद रेलवे यातायात बाधित
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इधर, घटना के बाद तीनों हाथियों के शव ट्रैक के आसपास पड़े थे, जिससे रात 1 बजे से शुक्रवार सुबह तक हावड़ा मुंबई मार्ग पर ट्रेन यातायात बाधित रही। हालांकि, घटना की सूचना पाकर तुरंत वन विभाग और रेलवे के पदाधिकारी बचाव दल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। लेकिन देर रात होने के कारण बचाव कार्य धीमा था। सुबह में जेसीबी मशीन से मृत हाथियों को ट्रैक से हटाया गया, तब जाकर रेलवे में यातायात बहाल हो पाया।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 18 July 2025 at 20:40 IST