अपडेटेड 1 August 2025 at 13:39 IST

Vice President Election: 9 सितंबर को होगा उपराष्ट्रपति पद के लिए उप चुनाव, चुनाव आयोग ने जारी की अधिसूचना

चुनाव आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव का ऐलान कर दिया है। 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति का चुनाव का चुनाव और नामांकन की आखिरी तारीख 21 अगस्त रखी गई है।

Follow : Google News Icon  
Election Commission Of India
9 सितंबर को होगा उपराष्ट्रपति पद के लिए उप चुनाव | Image: X

Vice President Election : चुनाव आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अधिसूचना जारी करदी है। जगदीप धनखड़ ने हाल ही में उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। अब 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति पद का उपचुनाव होगा। उपराष्ट्रपति के चुनाव में दोनों सदनों के सांसद मतदान करेंगे। अगर विपक्ष अपना कोई उम्मीदवार नहीं खड़ा करता है, तो उपराष्ट्रपति निर्विरोध चुन लिया जाएगा।

संविधान के अनुसार, पद खाली होने के 60 दिनों में उपराष्ट्रपति का चुनाव होना चाहिए। ऐसे में 19 सितंबर, 2025 तक यह प्रक्रिया पूरी होनी थी। जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद से राज्यसभा में उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह कामकाज संभाल रहे हैं। चुनाव आयोग के नोटिफिकेशन के मुताबिक भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन करने की अंतिम तारीख 21 अगस्त है। उम्मीदवार 25 अगस्त अपना नामांकन वापस ले सकते हैं। 9 सितंबर को इस पद के लिए वोट डाले जाएंगे, इसी दिन देश को नया उपराष्ट्रपति भी मिलेगा।  

21 जुलाई को मानसून संसद सत्र के पहले दिन स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए जगदीप धनखड़ के इस्तीफा देने के बाद उपराष्ट्रपति का पद रिक्त हो गया था। धनखड़ के त्यागपत्र में लिखा- 

"स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और डॉक्टर की सलाह के चलते, मैं संविधान के अनुच्छेद 67 (ए) के अनुसार, तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूं।" 

कैसा होता है उपराष्ट्रपति चुनाव?

भारत में उपराष्ट्रपति का चुनाव विशेष प्रक्रिया से होता है। इसके लिए लोकसभा और राज्यसभा के सांसद गुप्त वोटिंग करते हैं। ऐसे में क्रॉस वोटिंग की संभावना अधिक रहती है। जीतने के लिए उम्मीदवार को कुल वैध मतों का साधारण बहुमत यानी 50% से अधिक प्राप्त करना जरूरी होता है। उपराष्ट्रपति चुनाव में वरीयता क्रम के हिसाब से वोट डाला जाता है।

Advertisement

यह चुनाव पोस्टल-बैलट से होता है। वोट देने वाले सांसदों को प्रत्याशियों के आगे वरीयता क्रम अंकित करना होता है। लोकसभा में फिलहाल 542 सदस्य हैं, जबकि 240 सदस्य राज्यसभा के है। ऐसे में 394 सदस्यों का हासिल करना जरूरी है। NDA के पास दोनों सदनों में कुल 422 सदस्यों का बहुमत है। लोकसभा में एक और राज्यसभा में 5 सीट फिलहाल खाली है।

ये भी पढ़ें: 'मोहन भागवत को गिरफ्तार कर भगवा आतंकवाद की कहानी गढ़ो...', मालेगांव ब्लास्ट केस में पूर्व ATS अफसर का खुलासा, कहा- ऊपर से मिले थे आदेश

Advertisement

Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 1 August 2025 at 12:59 IST