अपडेटेड 27 January 2024 at 17:47 IST
Budget 2024: क्या है इकोनॉमिक सर्वे ऑफ इंडिया, बजट से एक दिन पहले क्यों किया जाता है पेश?
Budget 2024: वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman 1 फरवरी, 2024 को अपना छठा बजट पेश करेंगी। यह Loksabha Elections से पहले देश का Interim Budget होगा।
- भारत
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Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी, 2024 को बजट पेश करने वाली हैं। इस साल देश में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, इसलिए ये अंतरिम बजट होगा। आपको बता दें कि केंद्रीय बजट से एक दिन पहले वित्त मंत्रालय एक और जरूरी डॉक्यूमेंट पेश करता है, जिसे इकोनॉमिक सर्वे ऑफ इंडिया कहा जाता है।
इकोनॉमिक सर्वे ऑफ इंडिया यानी आर्थिक सर्वेक्षण एक वार्षिक रिपोर्ट है, जो पिछले वर्ष के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था का अवलोकन प्रस्तुत करती है। आइए आर्थिक सर्वेक्षण के बारे में विस्तार से जानते हैं और इसके महत्व को भी समझते हैं।
क्या है इकोनॉमिक सर्वे ऑफ इंडिया?
परंपरागत रूप से, इकोनॉमिक सर्वे ऑफ इंडिया हर साल केंद्रीय बजट से एक दिन पहले यानी 31 जनवरी को पेश किया जाता है। वित्त मंत्री संसद में इकोनॉमिक सर्वे पेश करती हैं और इसे देश की अर्थव्यवस्था के लिए काफी अहम दस्तावेज माना जाता है।
यह सर्वे हमें यह बताता है कि पिछले साल अर्थव्यवस्था के लिहाज से देश का परफॉर्मेंस कैसा रहा और यह आने वाले बजट के लिए एक नींव भी तैयार करता है। आपको बता दें कि आर्थिक सर्वेक्षण दो हिस्सों में पेश किया जाता है। पहला हिस्सा भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति के बारे में जानकारी प्रदान करता है, जबकि दूसरे भाग में प्रमुख आर्थिक संकेतकों का विवरण शामिल किया जाता है। आपको बता दें कि आर्थिक सर्वेक्षण वित्त मंत्रालय के आर्थिक प्रभाग द्वारा तैयार किया जाता है। पेश किए जाने से पहले इसके लिए वित्त मंत्री की सहमति भी ली जाती है।
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इकोनॉमिक सर्वे में क्या-क्या शामिल होता है?
इकोनॉमिक सर्वे विभिन्न सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन के बारे में जानकारी प्रदान करता है। यह आर्थिक विकास के रुझानों पर प्रकाश डालता है, विभिन्न क्षेत्रों में निवेश का विवरण देता है और प्रमुख आर्थिक संकेतक और क्षेत्रवार आर्थिक रुझान प्रस्तुत करता है। इसके अलावा ये आने वाले बजट के लिए एक दिशा भी प्रदान करता है।
क्यों जरूरी होता है इकोनॉमिक सर्वे?
भारत का आर्थिक सर्वेक्षण कृषि, सेवा, उद्योग, सार्वजनिक वित्त और बुनियादी ढांचे सहित विभिन्न क्षेत्रों के प्रदर्शन का आकलन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे सरकार को बजट को लेकर रणनीति बनाने में मदद मिलती है। सर्वे से जो इनसाइट मिलती है, पॉलिसी मेकर उसका उपयोग अर्थव्यवस्था में होने वाली परेशानियों और चुनौतियों को पहचानकर उसे बेहतर करने में भी करते हैं। ऐसे में इकोनॉमिक सर्वे देश के लिए पॉलिसी बनाने और किसी निर्णय पर पहुंचने के लिए काफी जरूरी होता है।
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Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 27 January 2024 at 16:32 IST