अपडेटेड 3 November 2024 at 16:49 IST
'मौन रहने का कोई ऑप्शन नहीं', सनातन बोर्ड की मांग करते हुए बोले देवकी नंदन- क्या हमारा हिन्दुत्व...?
सनातन धर्म की सुरक्षा को लेकर उठती आवाजों के बीच देवकी नंदन महाराज ने 'सनातन बोर्ड' के गठन की मांग की है।
- भारत
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महिमा कंवर की रिपोर्ट
Devki Nandan News: सनातन धर्म की सुरक्षा को लेकर उठती आवाजों के बीच देवकी नंदन महाराज ने 'सनातन बोर्ड' के गठन की मांग की है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मौन रहने का कोई विकल्प नहीं है और यह समय है कि सभी हिंदुओं को एकजुट होकर अपने धर्म की रक्षा के लिए आगे आना चाहिए।
कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर ने सवाल उठाते हुए कहा, 'क्या हमारा हिंदुत्व ज़िंदा है?' इस सवाल के माध्यम से उन्होंने समाज के सभी वर्गों को ध्यान देने की अपील की है। उनका मानना है कि एक मजबूत और संगठित 'सनातन बोर्ड' का गठन जरूरी है, जो हिंदू धर्म के हितों की रक्षा कर सके और समुदाय को एकजुट करने का काम कर सके। उन्होंने लोगों से जागरूकता फैलाने और अपने धार्मिक मूल्यों के प्रति सजग रहने का आह्वान किया, ताकि हिंदुत्व को और भी सशक्त बनाया जा सके।
वक्फ बोर्ड किसकी सरकार में बना ? - देवकी नंदन
देवकी नंदन ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, किसकी सरकार में वक्फ बोर्ड बना सब जानते हैं, आज का ऐसा टाइम आ गया है कि करो या मरो। देवकीनंदन महाराज बताया कि आगामी 16 तारीख को धर्म संसद में वे और अन्य सनातनी धर्म गुरु सनातन बोर्ड की स्थापना की मांग को पुरजोर तरीके से उठाएंगे।
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देवकीनंदन ने गरीब बच्चों संग मनाई दिवाली
हाल ही में देवकी नंदन को मथुरा में दिवाली मनाते हुए देखा गया था। मथुरा में कथावाचक ठाकुर देवकीनंदन ने झुग्गी-झोपड़ियों में जाकर वहां के जरूरतमंद बच्चों के साथ दिवाली का उत्सव मनाया। ठाकुर देवकीनंदन महाराज ने उन गरीब बच्चों के बीच जाकर फुलझड़ी और पटाखे चलाए, ये बच्चे वो हैं जो स्ट्रीट स्कूल में पढ़ते हैं और जिनके पास अपनी दिवाली मनाने के साधन नहीं होते।
बच्चों को गोद में उठाकर जलाईं फुलझड़ियां
देवकी नंदन ने कहा कि दिवाली का यह पावन पर्व हर सनातनी के लिए है और सभी को इसे उत्साह से मनाने का अधिकार है। उन्होंने बताया कि उनके विश्व शांति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट ने यह संकल्प लिया है कि वे ऐसे बच्चों के साथ दिवाली मनाएंगे, जिनके परिवार आर्थिक तंगी के चलते पर्व के साधन जुटाने में असमर्थ हैं। बच्चों को अपनी गोद में उठाकर, उनके हाथों से फुलझड़ी जलाते हुए महाराज ने उनके चेहरों पर मुस्कान बिखेरी।
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उन्होंने कहा- 'हमारा कर्तव्य है कि हम इन बच्चों के साथ खुशियां बांटें। जब ये बच्चे दूसरे बच्चों को देख मायूस होते हैं, तो हमें उनके साथ खड़े होने की जरूरत है। यदि सनातन बोर्ड का गठन हो जाए, तो इस तरह की मदद और भी प्रभावशाली होगी।' ठाकुर देवकीनंदन महाराज ने आगे बताया कि आगामी 16 तारीख को धर्म संसद में वे और अन्य सनातनी धर्म गुरु सनातन बोर्ड की स्थापना की मांग को पुरजोर तरीके से उठाएंगे।
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 3 November 2024 at 16:21 IST