अपडेटेड 29 July 2024 at 16:13 IST
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर के बेसमेंट बारिश के पानी में डूबने से यूपीएससी की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत हो गई। दिल्ली में हुई इस दर्दनाक घटना पर आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) ने अपनी ही सरकार को आड़े हाथों लिया है।
स्वाति मालीवाल ने दिल्ली में भष्टचार का मुद्दा उठाते हुए कहा कि थोड़ी सी बारिश में लोगों को नाव लेकर निकलना पड़ता है। राजेंद्र नगर में जो हुआ है उस पर दिल्ली सरकार का फर्ज बनता है कि मृतक बच्चों के परिजनों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा दे। बच्चों के परिवार को इंसाफ मिलना चाहिए ।
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने कहा कि एक रोड बनने पर जब फोटो खिंचवाने चले जाते है लेकिन हादसों पर कोई नहीं जाता है। दिल्ली सरकार और MCD की तरफ से कोई भी पीड़ित परिवार से नहीं मिला।
दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचा ओल्ड राजेंद्र नगर मामला
ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए कोचिंग हादसा का मामला दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गया है। रविवार को दिल्ली हाई कोर्ट में इस संबंध में एक याचिका दाखिल की गई थी। इसके बाद सोमवार को भी एक और याचिका दिल्ली हाई कोर्ट में दाखिल की गई है। याचिका में मांग की गई है कि ओल्ड राजेंद्र नगर, दिल्ली की कोचिंग संस्थान मे हुई घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया जाए। दिल्ली नगर निगम के उन अधिकारियों के खिलाफ जांच की जाए जिन्होंने 26 जून 2024 को दी गई शिकायत पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
दिल्ली पुलिस ने शुरू की जांच
बता दें कि दिल्ली पुलिस इस घटना में मुकदमा दर्ज किए जाने और जांच की बात कर रही है। दिल्ली पुलिस ने बीएनएस की धारा 105, 106(1), 152, 290 एंड 35 बीएनएस में एफआईआर दर्ज कर ली है। 2 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिसमें मालिक और कोऑर्डिनेटर शामिल हैं। FIR रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि जब राव अकादमी के मालिक अभिषेक गुप्ता से बेसमेंट में लाइब्रेरी चलाने के कागजात मांगे गए तो उन्होंने कोई कागजात पेश नहीं किया। अभिषेक ने ये भी स्वीकार किया कि बेसमेंट में पानी निकालने की कोई व्यवस्था नहीं थी।
पब्लिश्ड 29 July 2024 at 16:12 IST