अपडेटेड 2 June 2025 at 17:22 IST
भारत में जासूसी नेटवर्क को लेकर खुफिया एजेंसियों की कार्रवाई के बीच एक बड़ा खुलासा हुआ है। पाकिस्तान से तनातनी और ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश के भीतर बैठे गद्दारों को पकड़ने में खुफिया टीमें लगी हैं। सफलता के तौर पर कई दर्जन लोगों को अब तक जासूसी के आरोपों में गिरफ्तार किया जा चुका है। इसमें राजस्थान के डीग से कासिम और उसका भाई हसीन भी गिरफ्तार हुआ था। फिलहाल हसीन से पूछताछ में कई सीक्रेट पता चले हैं।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कासिम और हसीन को गिरफ्तार किया था। दोनों से जासूसी के आरोपों को लेकर लगातार पूछताछ हुई है। सूत्र बता रहे हैं कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI अब भारतीय मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल कर रही है। वो भी भारत में नहीं, सीधे पाकिस्तान से इन नंबरों को ऑपरेट किया जा रहा है। सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली कि कथित तौर पर गिरफ्तार हसीन ने कई भारतीय नंबर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के अधिकारियों को मुहैया करवाई थे।
सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में हसीन ने बताया कि उसने पाकिस्तान में बैठे PIO को भारतीय नंबर के OTP बताए, जिसके जरिए पाकिस्तान में बैठे हैंडलर व्हाट्सएप्प और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल भारतीय नंबर से ऑपरेट कर रहे हैं। एक हैरान करने वाला खुलासा ये भी हुआ है कि इन नंबर का इस्तेमाल कथित तौर पर भारतीय अधिकारियों को हनीट्रैप में फंसाने के लिए किया जा रहा है।
सूत्रों के हवाले से जानकारी है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने DRDO के उस अधिकारी को संपर्क किया है, जिसे हनीट्रैप में फंसाने की कोशिश की गई थी। इधर, 2 अलग अलग टीम दोनों भाईयों कासिम और हसीन से पूछताछ कर रही हैं। दोनों भाइयों से एक जैसे ही सवाल पूछे जा रहे हैं। जासूसी का आरोपी कासिम और उसके भाई का आमना सामना कराकर अहम पूछताछ हो रही है।
पब्लिश्ड 2 June 2025 at 17:22 IST