अपडेटेड 11 August 2024 at 14:45 IST
दिल्ली में 'मौत का पानी'! बारिश से तालाब बना स्टेडियम, क्रिकेट खेल रहे लड़के की करंट लगने से मौत
दिल्ली के रणहौला इलाके से मौत की खबर सामने आई है, जहां क्रिकेट खेल रहे बच्चे की करंट लगने से मौत हो गई।
- भारत
- 3 min read

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के रणहौला इलाके से मौत की खबर सामने आई है। दरअसल, भारी बारिश के कारण कई जगहों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है। एक क्रिकेट के मैदान में कुछ बच्चे खेल रहे थे, तभी गड्ढे में गेंद चली गई। बच्चा जैसे ही गेंद लेने के लिए गया, वो करंट की चपेट में आ गया।
पुलिस के मुताबिक घटना 10 अगस्त, शनिवार की दोपहर करीब 1.30 बजे की बताई जा रही है। डेढ़ बजे के करीब पीसीआर को एक कॉल आई और घटना के बारे में सूचित किया गया। इसके बाद डीडीयू अस्पताल से भी पुलिस को इस घटना के बारे में सूचना मिली।पुलिस को जानकारी मिली कि कोटला विहार Ph-2 में एक 13 साल का लड़का क्रिकेट खेल रहा था। खेल के दौरान उसकी गेंद मैदान के एक कोने में चली गई। लड़का वहां के गौशाला में बिजली के तार वाले खंभे के पास से गेंद लेने के लिए गया, लेकिन वहां पानी जमा था। ऐसे में वहां गेंद लेने के दौरान ही उसे बिजली का झटका लग गया।
लोहे के पोल पर लिपटा था तार
बच्चे को तुरंत पीसीआर वैन से डीडीयू हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। धारा 106(1) बीएनएस के तहत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। आसपास के लोगों के मुताबिक लोहे के पोल पर एक बिजली की तार लिपटी हुई थी जिसके कारण बच्चे को करंट लगा, पुलिस ने इस मामले में ग्राउंड मलिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है मामले की जांच की जा रही है।
घटना के चश्मदीद केशव ने बताया, “मैं जब तक आया बच्चा कुछ रिएक्ट नहीं कर रहा था और भी बच्चे यहां पर खड़े हुए थे, सब देख रहे थे। मैं बैट लिया और खंभे से उसको हटाया। उसका पैर जल चुका था। मृत्यु हो चुकी है। बारिश हो रही थी इसलिए मैं आगे तक नहीं किया, क्योंकि मुझे भी करंट लग सकता था। मेरे को भी एक बार करंट लगा था, जिसके बाद मैंने कई सारी बिजली की तारों को काट दिया था।”
Advertisement
बच्चे के परिवार का हुआ बुरा हाल
बच्चे के परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। उसकी मां ने बताया कि मैं ड्यूटी पर थी मुझे फोन आया आपके बच्चे को लाइट लग गई है और वह गिर गया है ग्राउंड में, मैंने उसके पापा को फोन किया हम जब तक पहुंचे तो पुलिस वाले वहां से बच्चे को अस्पताल ले गए थे। मेरे बच्चे को वहां करंट लगा था। किसी लोगों ने मेरे बच्चे को नहीं बचाया, बच्चे का भाई शोर मचा रहा था लेकिन किसी ने आगे आकर हिम्मत नहीं दिखाई। मेरा बच्चा 7वीं क्लास में पढ़ता था और काफी होशियार था। रोजाना कई सारे बच्चें इस ग्राउंड में खेलने आते हैं।
इसे भी पढ़ें: दिल खोलकर रामलला पर धन लुटा रहे श्रद्धालु, अबतक दान में मिले 55 अरब, तीन साल में 2 हजार करोड़ मिला
Advertisement
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 11 August 2024 at 09:17 IST