Published 18:02 IST, September 21st 2024
EXPLAINER/ ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई, सिसोदिया की सलाहकार... कौन हैं आतिशी जो बनीं दिल्ली की मुख्यमंत्री?
कौन हैं आतिशी जिन्होंने दिल्ली में साल 2013 में लांच हुई पार्टी में बतौर कार्यकर्ता अपनी सियासी पारी शुरू की और 11 सालों में ही मुख्यमंत्री तक का सफर तय किया।
Who Is Atishi: आम आदमी पार्टी नेता आतिशी (Atishi) ने शनिवार (21 सितंबर) को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ (Delhi CM Oath) ग्रहण कर ली है। आतिशी शीला दीक्षित (Sheila Dikshit) और सुषमा स्वाराज (Sushma Swaraj) के बाद दिल्ली की तीसरी महिला मुख्मंत्री बनी हैं और इसके साथ ही वो मौजूदा समय में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ दूसरी महिला मुख्यमंत्री हैं। आइए आपको बताते हैं कि कौन हैं आतिशी जिन्होंने दिल्ली में साल 2013 में लांच हुई एक नई पार्टी में बतौर कार्यकर्ता अपनी सियासी पारी शुरू की और महज 11 सालों के करियर में ही मुख्यमंत्री तक का सफर तय कर लिया।
शनिवार की शाम को आतिशी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेने वाली आतिशी का जन्म दिल्ली में हुआ था और यहीं पर वो पली बढ़ी हैं। इसके पहले शुक्रवार की रात को दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया। आतिशी आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल की काफी करीबी मानी जाती हैं। वो अरविंद केजरीवाल के सबसे विश्वसनीय लोगों में से एक हैं। इसके पहले आम आदमी पार्टी की विधायक दल की बैठक में आतिशी को विधायक दल का नेता चुना गया था।
कौन हैं आतिशी ?
आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को दिल्ली में हुआ था। उनके पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थे उनकी मां का नाम त्रिप्ता वाही था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के द स्प्रिंगडेल्स स्कूल में हुई थी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफंस कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की और बाद में इतिहास से मास्टर डिग्री करने के लिए वो ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी गईं। आतिशी के माता-पिता मार्क्स से प्रभावित थे। यही वजह थी कि आतिशी का नाम आतिशी मार्लेना रखा गया था। मार्लेना टाइटल मार्क्स एवं लेनिन का संयोजन है इसी वजह से उनके पिता ने उनका नाम आतिशी मार्लेना रखा था। साल 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आतिशी ने अपने नाम के आगे से 'मार्लेना' टाइटल हटा दिया था।
साल 2013 में गठित हुई 'आप' में शामिल होकर सियासत में रखा कदम
साल 2011 में इंडिया अगेंस्ट करप्शन नाम के एनजीओ ने अन्ना हजारे के नेतृत्व में देश में फैले भ्रष्टाचार को लेकर एक जोरदार आंदोलन किया था। इस आंदोलन में अरविंद केजरीवाल, कुमार विश्वास, संजय सिंह सहित कई नाम शामिल थे। दो साल बाद इस आंदोलन के प्रमुख चेहरों ने मिलकर आम आदमी पार्टी का गठन किया। साल 2013 में आतिशी ने भी आम आदमी पार्टी में शामिल होकर अपने सियासी करियर का आगाज किया। सबसे पहले आतिशी को मेनिफेस्टो ड्राफ्टिंग कमेटी की सदस्य बनाई गईं। इसके बाद साल 2015 से 2018 तक आतिशी दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार तौर पर काम किया इसके बाद आतिशी की सक्रिय राजनीति की शुरुआत हुई।
जानिए आतिशी का मध्य प्रदेश कनेक्शन
आतिशी ने एजूकेशन के बाद समाज में बदलाव के लिए सियासत में कदम रखा। उनका सामाजिक बदलाव का जुनून उन्हें सियासत में ले आया। आतिशी ने मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में जल सत्याग्रह आंदोलन में भी हिस्सा लिया था। वहां उन्होंने 7 साल बिताए थे। यहीं पर उनकी मुलाकात आम आदमी पार्टी के अन्य लोगों से हुई थी। यहां पर उन्होंने सामाजिक बदलाव के लिए कई एनजीओ के साथ मिलकर काम किया था। इस दौरान उन्होंने वहां पर जैविक खेती सहित प्रोग्रेसिव एजुकेशन सिस्टम से जुड़कर काम किया।
Updated 18:02 IST, September 21st 2024