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अपडेटेड July 9th 2024, 19:23 IST

Delhi Police की PCR यूनिट ने 40 हजार घायलों को पहुंचाया अस्पताल,DCP बोले- जान बचाना हमारी प्राथमिकता

पुलिस उपायुक्त ने कहा कि एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में हमारे कर्मी पुलिस वाहन का उपयोग कर व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाते हैं।

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Delhi Police
दिल्ली पुलिस | Image: Shutterstock

Delhi News: दिल्ली की पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) इकाई ने पिछले 15 महीने में 40 हजार से अधिक घायल लोगों को राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न अस्पतालों में पहुंचाया है। दिल्ली पुलिस के आंकड़ों से यह तथ्य सामने आया है।

पुलिस उपायुक्त (पीसीआर) आनंद कुमार मिश्रा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘पीसीआर इकाई किसी भी आपात स्थिति में सबसे पहले प्रतिक्रिया देती है। एक अप्रैल 2023 से सात जुलाई तक हमारे पीसीआर ने 40,371 लोगों को शहर के विभिन्न अस्पतालों में पहुंचाया है। कुल 4,293 लोगों को बाहरी उत्तर जिले के अस्पतालों में पहुंचाया गया जबकि 4,212 लोगों उत्तर पूर्वी जिले के अस्पतालों में पहुंचाया गया।’’ अधिकारी ने कहा कि पीसीआर में कार्यरत कर्मी पूरी तरह से प्रशिक्षित हैं और हमेशा आपात स्थिति में लोगों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं।

पुलिस उपायुक्त ने कहा, ‘‘हमारे कर्मचारी कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) देने के लिए पूरी तरह प्रशिक्षित हैं, उन्हें प्राथमिक उपचार प्रदान करने के लिए विभिन्न उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। समय-समय पर आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाता है।’’

दिल्ली पुलिस ने बताए आंकड़े

आंकड़ों के मुताबिक पीसीआर इकाई ने उत्तर-पश्चिम में 1,281 लोगों को, रोहिणी में 1,887 लोगों को, उत्तर जिला में 3,481 लोगों को, मध्य जिला में 1,217 लोगों को, पूर्व जिला में 1,034 लोगों को, शाहदरा में 2,359 लोगों को, नयी दिल्ली में 1,384 लोगों को, दक्षिण-पश्चिम में 2,121 लोगों को, दक्षिण जिले में 3,036 लोगों और दक्षिण-पश्चिम जिले में 3,023 लोगों को घायल होने पर अस्पतालों में पहुंचाया है।

मिश्रा ने बताया, ‘‘अस्पताल पहुंचाए गए अधिकतर लोग अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे और घायलों के अधिकतर मामले दुर्घटनाओं से संबंधित थे। दुर्घटनाओं की सूचना मिलने पर, पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) वैन दुर्घटनास्थल पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।’’

‘जान बचाना हमारी प्राथमिकता’

पुलिस उपायुक्त ने कहा,‘‘जब हमारे पास घटनास्थल पर एंबुलेंस होती है, तो हम मरीज को उसी एंबुलेंस में ले जाते हैं। लेकिन एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में हमारे कर्मी पुलिस वाहन का उपयोग कर व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाते हैं।’’ उन्होंने कहा कि वे सुनिश्चित करते हैं कि सड़क दुर्घटना के पीड़ित समय पर अस्पताल पहुंचें, ताकि उनकी जान बचाई जा सके।

आंकड़ों के मुताबिक, पीसीआर इकाई ने इस अवधि में 128 अपराधियों को भी पकड़ा, 984 लापता बच्चों का पता लगाया और चोरी के 1,423 वाहन बरामद किए। आंकड़ों के मुताबिक, पीसीआर ने विभिन्न परिस्थितियों में फंसे 42 लोगों को बचाया, 17 गर्भवती महिलाओं को समय पर अस्पताल पहुंचाया और 102 वन्यजीवों की भी बचाया।

एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बड़ी संख्या में घायलों की जान जाने का मुख्य कारण इलाज में विलंब होता है। उन्होंने कहा ‘‘(दिल्ली पुलिस की) पीसीआर इकाई किसी भी घायल को यथाशीघ्र अस्पताल पहुंचा कर मानव जीवन बचाने की कोशिश करती है।’’

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(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

पब्लिश्ड July 9th 2024, 19:23 IST