अपडेटेड 1 July 2025 at 11:24 IST
गैंगेस्टर नीरज बवाना (Neeraj Bawana) को दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) से एक दिन की कस्टडी पैरोल मिलने के बाद उसे जेल से बाहर लाया गया है। नीरज बवाना को भारी सुरक्षा के बीच अस्पताल लाया गया है जहां उसकी पत्नी का इलाज चल रहा है। उसे अदालत से 6 घंटे की पैरोल मिली है ताकी वो अपनी बीमार पत्नी की देखभाल कर सके और डॉक्टरों से उसकी हाल के बारे में जान सके। बवाना की पत्नी के ब्रेन मे नर्व ब्लॉकेज है।
आपको बता दें कि नीरज बवाना ने अपनी बीमार पत्नी की देखभाल के लिए अदालत से अंतरिम जमानत दिए जाने की गुहार लगाई थी। इसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था। कोर्ट ने आदेश दिया है कि नीरज बवाना को सुरक्षा के साथ एक जुलाई को एक दिन की कस्टडी बेल पर छोड़ा जाए ताकि वह अपनी पत्नी से मिल कर उसका हाल जान सके।
नीरज बवाना की क्राइम कुंडली जान लीजिए
करीब 18 साल पहले नीरज सहरावत उर्फ नीरज बवाना ने अपराध की दुनिया कदम रखा था। इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। दिल्ली एनसीआर में गैंगस्टर नीरज बवाना का नाम किसी खौफ से कम नहीं है। नीरज दिल्ली के बवाना गांव का रहने वाला है। वो अपने सरनेम की जगह अपने गांव का नाम लगाता है। जुर्म की दुनिया में इसी नाम से उसे जाना जाता है। नीरज के खिलाफ हत्या, लूट और जान से मारने की धमकी जैसे कई संगीन मामले दिल्ली और अन्य राज्यों में दर्ज हैं। नीरज बवाना इस वक्त दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है।
बताया जाता है कि नीरज जेल में रहकर ही अपना गैंग चला रहा है। वहां बैठकर भी वो वारदातों को अंजाम देता है। दिल्ली और आस-पास के इलाकों में नीरज बवाना और दूसरे गैंग आमने-सामने आते रहते हैं। जेल में बंद नीरज के गुर्गे बीच सड़क पर खून बहाने से नहीं डरते। दुश्मन गैंग के लोगों को मारने से भी उन्हें कोई गुरेज नहीं है।
पब्लिश्ड 1 July 2025 at 10:28 IST