Published 16:59 IST, September 27th 2024
Delhi: ड्रग्स की बड़ी खेप बरामद, कीमत जानकर उड़ जाएंगे होश, इंडियन अचीवर्स अवार्ड विजेता गिरफ्तार
हरियाणा के हिसार में साइकोट्रोपिक पदार्थ के प्रोडक्शन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया।
साहिल भांबरी
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़े ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है। क्राइम ब्रांच ने इस गैंग से लगभग सवा 4 करोड़ रुपयों की ड्रग्स बरामद की है। इस ड्रग रैकेट में इंडियन अचीवर्स अवॉर्ड का विजेता बिजनेसमैन भी ड्रग्स बनाने और इसकी सप्लाई में गिरफ्तार हुआ है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने साइकोट्रोपिक पदार्थ 'अल्प्राजोलम' बनाने की यूनिट और सप्लाई में शामिल एक ड्रग कार्टेल का भंडाफोड़ करते हुए 4 करोड़ 20 लाख की ड्रग्स बरामद की है। 18 किलोग्राम अल्प्राजोलम पाउडर (व्यावसायिक मात्रा), 1 करोड़ 17 लाख के आसपास कैश भी बरामद किया गया
क्राइम ब्रांच द्वारा बरामद की गई ड्रग्स की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 4.20 करोड़ रुपये है। हरियाणा के हिसार में साइकोट्रोपिक पदार्थ के प्रोडक्शन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया। अल्प्राजोलम बनाने वाले मालिक डॉ. नवीन अग्रवाल जो इंडियन अचीवर्स अवार्ड के विजेता भी हैं उनके सहित कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया। क्राइम ब्रांच को एक ड्रग सप्लायर का इनपुट मिला था जिसके बाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली के बृजपुरी में अग्रवाल स्वीट्स के पास एक जाल बिछाया गया और मुखबिर के कहने पर राजेंद्र प्रसाद मिश्रा उर्फ आर.पी. को एक स्कूटी पर पकड़ा गया।
पकड़े गए शख्स के पास कट्टा बरामद किया गया
पकड़े गए शख्स के पास से एक नीले रंग का प्लास्टिक का कट्टा भी बरामद किया गया। जिसे उसने स्कूटी के सामने की तरफ अपने पैरों के बीच में रखा हुआ था। क्राइम ब्रांच जब इस जांच को पहुंची तो वहां उसे कुल 18 किलोग्राम अल्प्राजोलम पाउडर बरामद हुआ। क्राइम ब्रांच के पूछताछ करने पर आरोपी राजेंद्र प्रसाद मिश्रा उर्फ आर.पी. ने खुलासा किया कि वह अल्प्राजोलम पाउडर की सप्लाई में शामिल ड्रग कार्टेल में एक चेन के रूप में काम करता है। उसने आगे खुलासा किया कि उसने अल्प्राजोलम पाउडर राम आशीष मौर्य निवासी बृजपुरी, दिल्ली से खरीदा था और उसे आनंद कुमार उर्फ सोनू निवासी करावल नगर, दिल्ली को दिया था।
आशीष मौर्य और आनंद को पकड़ने के लिए की गई छापेमारी
जांच के दौरान सह-आरोपियों राम आशीष मौर्य और आनंद कुमार उर्फ सोनू को पकड़ने के लिए छापेमारी की गई, लेकिन दोनों फरार हो गए। हालांकि उनके घरों से 1,17,60,350- कैश बरामद किया गया। बाद में तकनीकि निगरानी और स्थानीय खुफिया जानकारी की मदद से आरोपी राम आशीष मौर्य, आनंद कुमार उर्फ सोनू और दीपक कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में आरोपी दीपक कुमार ने खुलासा किया कि अल्प्राजोलम पाउडर का निर्माण बायोकेस फूड्स एंड एक्सट्रैक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड नामक एक विनिर्माण यूनिट में किया गया था, जो हरियाणा के हिसार में स्थित है। इसका मालिक डॉ. नवीन अग्रवाल है।
NDPS की धारा 27ए में मामला दर्ज
उसके बाद नवीन अग्रवाल को भी वर्तमान मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। अल्प्राजोलम पाउडर के निशान भी पाए गए और एफएसएल टीम की मदद से कारखाने से उठाए गए। जांच के दौरान यह भी पता चला कि आरोपी दीपक कुमार निवासी बागपत, यूपी ने मुकेश कुमार नामक व्यक्ति के घर पर शरण ली थी, जिसे भी दिनांक 22 अगस्त को गिरफ्तार किया गया और उसके खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम की धारा 27 ए और आईपीसी की धारा 201 के तहत मामला दर्ज किया गया।
Updated 16:59 IST, September 27th 2024