अपडेटेड 18 February 2025 at 14:52 IST
'सरप्राइज' होगा दिल्ली CM का चेहरा? दलित, पूर्वांचली या सिख... किसके सिर पर होगा दिल्ली का 'राजतिलक'
सवाल ये भी है कि बीजेपी दलित, ब्राह्मण, पूर्वांचली या सिख किस नेता पर अपना दांव खेल सकती है? इसको लेकर समझ बढ़ाने की कोशिश करते हैं।
- भारत
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King of Delhi : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सिर्फ एक ही सवाल गूंज रहा है... दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन होगा? चुनाव नतीजों को आए एक हफ्ते से ज्यादा का वक्त हो गया है, लेकिन सीएम के नाम पर सस्पेंस अभी भी बना हुआ है। दिल्ली के मुख्यमंत्री के चयन के लिए बीजेपी सोमवार (17 फरवरी) को विधायक दल की बैठक बुलाती है, लेकिन बैठक को स्थगित कर दिया जाता है वहीं, सीएम के नाम के ऐलान में हो रही देरी के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) लगातार सवाल उठ रही है, लेकिन बीजेपी किसी तरह की कोई जल्दबाजी में नहीं है। सस्पेंस के बीच बता दें कि 20 फरवरी 2025 को रामलीला मैदान में नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह होने जा रहा है। सवाल ये भी है कि बीजेपी दलित, ब्राह्मण, पूर्वांचली या सिख किस नेता पर अपना दांव खेल सकती है? इसको लेकर समझ बढ़ाने की कोशिश करते हैं।
BJP कोई भी सियासी फैसला लेने के पहले जातीय गणित और उससे पड़ने वाले राजनीतिक प्रभाव का पूरा ख्याल रख रही है। ऐसे में दिल्ली की सत्ता में 27 साल के बाद लौटी बीजेपी दिल्ली के मुख्यमंत्री का फैसला कर बड़ा सियासी संदेश देना चाहती है। किसी भी तरह की कोई भी जल्दबाजी के मूड में नहीं है। बीजेपी के लिए मैसेजिंग बहुत मायने रखती है। ताकि राजधानी में लंबे समय तक अपना वर्चस्व कायम रखा जा सके।
क्या दलित नेता बनेंगे मुख्यमंत्री?
दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के तौर पर अभय वर्मा, मनजिंदर सिरसा, प्रवेश वर्मा और रेखा गुप्ता समेत कई नामों की चर्चा चल रही है। संभावना यह भी जताई जा रही है कि बीजेपी दिल्ली में किसी दलित नेता के सिर पर मुख्यमंत्री पद का ताज सजा सकती है। अगर ऐसा होता है तो रविंद्र इंद्रराज सिंह दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री होंगे। रविंद्र इंद्रराज सिंह ने बवाना विधानसभा सीट से AAP के जय भगवान उपकार को 31475 वोटों के अंतर से शिकस्त दी, वह लंबे समय से दलित समुदाय के लिए काम कर रहे हैं और अपने क्षेत्र के साथ-साथ आस पास के क्षेत्रों पर भी पकड़ रखते हैं।
सिरसा के सिर सजेगा ताज?
दिल्ली के राजौरी गार्डन विधानसभा सीट से विधायक चुने गए मनजिंदर सिरसा को भी मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है। उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP उम्मीदवार धनवंती चंदेला को 18 हजार वोटों से हराया था। हरियाणा के सिरसा में जन्में मनजिंदर सिंह वर्तमान में बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव के पद पर भी कार्यरत हैं। उन्होंने शिरोमणि अकाली दल से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। 1 दिसंबर साल 2021 में वह बीजेपी में शामिल हो गए थे। सिरसा सिख समुदाय से हैं और दिल्ली में सिख और पंजाबी समुदाय की संख्या काफी ज्यादा है। ऐसे में बीजेपी पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत में कई राज्यों में पैर जमाने के लिए सिरसा को दिल्ली का मुख्यमंत्री बना सकती है। पंजाबियों-सिखों में प्रवेश वर्मा और मनजिंदर सिंह सिरसा समेत आशीष सूद जैसे नेता हैं, जो मुख्यमंत्री के दावेदार बताए जाते हैं। RSS की भूमिका के नजरिए से अजय महावर के नाम की चर्चा है। बीजेपी की दिल्ली इकाई के बड़े नेता वीरेंद्र सचदेवा के साथ साथ विजेंद्र गुप्ता और सतीश उपाध्याय के भी नाम CM की रेस में हैं।
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पूर्वांचली चेहरा भी दावेदार?
दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री की रेस में लक्ष्मी नगर से विधायक अभय वर्मा का नाम भी सामने आ रहा है। अभय वर्मा पूर्वांचली चेहरा हैं, उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP की बीबी त्यागी को 65,858 वोटों के साथ हराया, अभय वर्मा इससे पहले भी लक्ष्मी नगर विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधायक बने थे। बता दें कि अगर बीजेपी पूर्वांचल से सीएम बनाती है तो इससे उन्हें बिहार चुनाव में फायदा मिल सकता है। वहीं, पूर्वांचलियों में सांसद मनोज तिवारी, करावल नगर से विधायक बने कपिल मिश्रा के अलावा लक्ष्मी नगर के विधायक अभय वर्मा, विकासपुरी से जीते पंकज कुमार सिंह और संगम विहार से जीतकर आए चंदन चौधरी का नाम मुख्यमंत्री की रेस में गिना जा रहा है।
दिल्ली चुनाव में 4 महिला प्रत्याशी जीतीं
दिल्ली में जीतने वाली महिला प्रत्याशियों की बात करें तो उनके शालीमार बाग से रेखा गुप्ता, वजीरपुर से पूनम शर्मा, नजफगढ़ से नीलम पहलवान, ग्रेटर कैलाश से शिखा रॉय शामिल हैं। रेखा गुप्ता को अगर छोड़ दिया जाए तो बाकी तीनों महिला विधायक एक तरीके से बहुत ही कम चर्चा में रही हैं। लेकिन रेखा गुप्ता का नाम काफी चर्चाओं में रहा। वह शालीमार बाग से हैं, बीजेपी की लीडर रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग सीट से आम आदमी पार्टी की बंदना कुमारी को 29595 वोटों से हराया है।
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मुख्यमंत्री पद के ये सबसे बड़े दावेदार
1. प्रवेश वर्मा
दिल्ली में मुख्यमंत्री के तौर पर प्रवेश वर्मा की दावेदारी सबसे मजबूत बनती है, क्योंकि नई दिल्ली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के संयोजक और 3 बार के मुख्यमंत्री केजरीवाल को उन्होंने हराया है। केजरीवाल के चुनाव हारने के बाद प्रवेश वर्मा के नाम पर ज्यादातर लोग सहमत हो सकते हैं, इसकी भी संभावना है। उसके अलावा प्रवेश वर्मा पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं, जिनका आउटर दिल्ली में अच्छा प्रभाव हुआ करता था। पंजाबी जाट होने की वजह से क्षेत्र के साथ साथ जातीय समीकरण में भी प्रवेश वर्मा फिट बैठते हैं।
2. विजेंद्र गुप्ता
दिल्ली BJP के पूर्व अध्यक्ष और दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे विजेंद्र गुप्ता भी मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदारों में शामिल हैं। उनकी पार्टी में लंबी सेवा और अनुभव उन्हें इस पद के लिए एक योग्य उम्मीदवार बनाता है।
3. सतीश उपाध्याय
सतीश उपाध्याय भी दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं और दिल्ली युवा विंग के अध्यक्ष भी रह चुके हैं, उनके नाम की चर्चा है। वे दिल्ली में बीजेपी के लिए रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहे हैं और पार्टी में एक मजबूत दावेदार माने जाते हैं।
4. आशीष सूद
आशीष सूद को दिल्ली में बीजेपी के पंजाबी चेहरे के रूप में देखा जाता है। वे पार्टी में एक नए और जोशीले नेता के तौर पर उभर कर सामने आए हैं, जिनकी पहचान पार्टी के कार्यकर्ताओं और पंजाबी समुदाय में खास है।
5. जितेंद्र महाजन
जितेंद्र महाजन भी मुख्यमंत्री पदके संभावित उम्मीदवारों में शामिल हैं। उन्होंने पार्टी के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं और उनकी मेहनत और प्रतिबद्धता पार्टी में उन्हें एक अहम नेता बनाती है।
6. रेखा गुप्ता
यदि पार्टी किसी महिला चेहरे को मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लेती है, तो रेखा गुप्ता का नाम भी चर्चा में है। वे दिल्ली की पूर्व मेयर रही हैं। रेखा गुप्ता का नाम महिला नेतृत्व के तौर पर उभर रहा है।
मंत्री पद के लिए शॉर्टलिस्ट हुए 15 नाम
सूत्रों की माने तो 15 विधायकों को प्रमुख मंत्री पदों के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है, वहीं नई सरकार में उपमुख्यमंत्री होने की संभावना नहीं है। पार्टी सूत्रों ने पहले बताया कि मामले को अंतिम रूप देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और बाकी शीर्ष बीजेपी नेताओं के बीच एक बैठक होने की भी संभावना है। हाल ही में संपन्न दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 70 में से 48 सीटें जीतकर AAP को सत्ता से बेदखल किया। 10 साल से ज्यादा समय तक दिल्ली पर शासन करने वाली AAP, 8 फरवरी को घोषित हुए कड़े मुकाबले वाले चुनाव में केवल 22 सीटें जीत पाई। वहीं, बीजेपी 1993 के बाद पहली बार दिल्ली में सरकार बनाने जा रही है।
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 18 February 2025 at 14:40 IST