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Published 17:18 IST, October 20th 2024

EXCLUSIVE/ 'धमाके से दुकानों गाड़ियों के टूटे शीशे, दीवारों में दरारें...,' दिल्ली ब्लास्ट पर एक्सपर्ट का दावा?

धमाके में इस्तेमाल हुई सामग्री और विस्फोट का तरीका बेहद हैरान करने वाला है। धमाके से 20 मीटर की दूर तक उसका असर था।

Reported by: Ravindra Singh
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Expert on Delhi Blast: पूरे देश में त्योहारों के सीजन की शुरुआत हो चुकी है लेकिन रविवार (20 अक्टूबर) की सुबह दिल्ली के प्रशांत विहार इलाके में सीआरपीएफ स्कूल के बगल में एक जोरदार धमाका हुआ जिसने इस त्योहारी सीजन के रंग में भंग डाल देने का काम किया है। अब दिल्ली पुलिस लगातार इस मामले की जांच कर रही है कि ये धमाका किसने किया, इसमें कैसे एक्सप्लोसिव इस्तेमाल किया गया या इसका टारगेट क्या था? पहले तो लोगों ने सोचा ये हल्का धमाका है लेकिन जब धमाके को बारीकी से देखा गया तो एक्सपर्ट्स ने दावा किया कि ये कोई लो इंटेंसिटी ब्लास्ट नहीं था।


धमाके में इस्तेमाल हुई सामग्री और विस्फोट का तरीका बेहद हैरान करने वाला है। धमाके से 20 मीटर की दूर तक उसका असर था। गाड़ियों के शीशे टूट गए थे दीवारों में दरारें आ गईं थी। अब इस धमाके को लेकर दिल्ली वासियों में दहशत का माहौल है। आइए आपको बताएं कि इस धमाके को लेकर एक्सपर्ट और किन-किन बातों का दावा कर रहे हैं। एक्सपर्ट का दावा है कि ये धमाका किसी बड़ी साजिश की तरफ इशारा करता है, जिसे आज एक टेस्टिंग के रूप में देखा जा रहा है। धमाके को लेकर गृहमंत्रालय ने भी रिपोर्ट मांगी है इस वजह से अब इसे गंभीरता से लिया जा रहा है और इसकी जांच एनएसजी, FSL, एनआईए, एनडीआरएफ, दिल्ली पुलिस, क्राइम ब्रांच और साइबर विंग की टीमें जांच में शामिल हैं।

दिल्ली धमाके पर जानिए एक्सपर्ट की राय

इस धमाके को लेकर पीछे दिल्ली पुलिस के पूर्व ऑफिसर और एक्सपर्ट एल एन राव ने बताया, 'आज सुबह तड़के दिल्ली के प्रशांत विहार में सीआरपीएफ स्कूल के पास एक बम धमाका हुआ है। ये अपने आप में एक चौंकाने वाली घटना और बहुत ही गंभीर घटना है, ये बात दिल्ली पुलिस को अच्छे से समझ लेना चाहिए क्योंकि दिल्ली में पिछले लगभग 11-12 सालों से कोई ऐसी घटना नहीं हुई थी और अगर कोई छोटी-मोटी घटना हुई भी थी तो वो वर्कआउट हो गई थी। इतने लंबे समय बाद ऐसी घटना होना एक चिंता का विषय है खासकर इसलिए कि ये फेस्टिवल सीजन है और ऐसे में धमाके की घटना चिंताजनक है।


एक्सपर्ट का दावा ये हाई इंटेंसिटी ब्लास्ट

एक्सपर्ट ने बताया, 'इस धमाके का इतना जोरदार असर रहा कि पूरे इलाके में धमाके के बाद धुंआ छा गया था इसके अलावा आस-पास की दुकानों के शीशे धमाके की वजह से टूट गए थे। इतना ही नहीं जो दुकानें सड़कों के पार थीं और आस-पास खड़ी गाड़ियों के शीशे भी टूट गए। इन सब बातों को देखते हुए ऐसा लगता है किए एक बहुत ही बड़ा धमाका है। ये जो बात चल रही है कि ये लो इंटेसिटी धमाका था मैं इससे सहमत नहीं हूं। ये एक बड़ा धमाका था हां ये अलग बात है कि इस धमाके में कोई हताहत नहीं हुआ है। ये धमाका हाई इंटेंसिटी ब्लास्ट की कैटिगिरी में आता है, क्योंकि इस धमाके में ये डिपेंड करता है कि एक्सप्लोसिक कितनी मात्रा में उपयोग किया गया था। धमाके से साफ तौर पर ये स्पष्ट है कि इस धमाके में काफी ज्यादा मात्रा में एक्सप्लोसिव इस्तेमाल किया गया था। अभी जब एफएसएल की टीम इस धमाकों को लेकर जांच करेगी तो ये पता चलेगा कि इस धमाके में कौन सा एक्सप्लोसिव इस्तेमाल किया गया था।'


अगर कोई हताहत नहीं हुआ तो इसका मतलब ये हल्का धमाका था

उन्होंने आगे बताया, 'इतने शक्तिशाली बम धमाके के बाद अगर कोई शख्स इस धमाके में हताहत नहीं हुआ तो इसके पीछे की वजह ये है कि धमाके की जद में कोई शख्स था ही नहीं। अगर धमाके की जद में कोई शख्स मौजूद होता तो ये जो गाड़ियों के शीशे टूटे हैं या दीवारों में जो क्रैक्स आए हैं या इस बम ब्लास्ट के बाद जो धमाके से स्पिंल्टर जो निकलते हैं उससे कोई न कोई जख्मी जरूर होता या फिर वहां मौजूद शख्स के साथ बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। अगर इस धमाके में कोई हताहत नहीं हुआ तो ये नहीं समझ लेना चाहिए कि ये धमाका लो इंटेंसिटी का था।'


एक्सपर्ट का दावा ये आतंकी संगठन का काम!

उन्होंने कहा, 'मेरे हिसाब से ये एक आतंकी घटना है और जिस भी आतंकी संगठन ने ये काम किया है वो इस धमाके से अपनी दिल्ली में उपस्थिति दिखाना चाह रहा है और ये संदेश देना चाह रहा है कि वो दिल्ली में पहुंच चुके हैं। इसमें खास तौर पर अलर्ट रहने की जरूरत है। फेस्टिव सीजन में हम निश्चिंत होकर सिनेमा घरों, मॉल्स में घूमने के लिए परिवार के साथ निकल रहे हैं। हमें सतर्क रहना होगा और भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए साथ ही पुलिस को भी इन जगहों पर विशेष सुरक्षा के इंतजाम करने चाहिए। अगर ऐसी जगह पर कोई धमाका हुआ तो हमें बड़ा नुकसान हो सकता है। हमें 2004 की घटना को ध्यान में रखना चाहिए जब दिवाली से एक दिन पहले ही सरोजनी नगर मार्केट के पास कूकर में रखा बम धमाका हुआ था, जिसमें बहुत से लोग मारे गए थे और जख्मी हुए थे।'


आरोपियों के पकड़े जाने पर सारे सवालों के मिलेंगे जवाब

एक्सपर्ट ने आगे बताया, 'इस धमाके के आरोपियों को भी पकड़ना बहुत जरूरी है जब वो पकड़े जाएंगे तो सारे सवालों के जवाब भी मिलेंगे। ये मुझे एक सीरियस केस दिखाई दे रहा है और दिल्ली पुलिस को इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए और मैं समझता भी नहीं कि दिल्ली पुलिस इस केस को हल्के में लेगी। दिल्ली स्पेशल सेल की टीम जो अभी इस धमाके की जांच में लगी हुई है वो इसको जल्द से जल्द वर्कआउट करेगी ये दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है कि जब भी दिल्ली में ऐसी कोई आतंकी घटना हुई तो स्पेशल सेल ने उसे तुरंत वर्कआउट कर लिया है।'

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Updated 17:20 IST, October 20th 2024