अपडेटेड 24 October 2025 at 11:14 IST

Delhi में घुट रहा लोगों का दम, AQI 400 पार, सरकार 29 अक्टूबर को कराएगी कृत्रिम बारिश, ऐसे होगी Artificial Rain

दिल्ली में अभी भी AQI 403 पर है। जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। 29 अक्टूबर को दिल्ली सरकार क्लाउड सीडिंग कराने जा रही है, जानें कैसे आर्टिफिशियल बारिश होगी। प्रदूषण कम होगा या बड़ेगा खतरा? डिटेल में पढ़ें।

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Delhi Cloud Seeding
दिल्ली कृत्रिम बारिश | Image: AI
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Delhi Artificial Rain: दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए सरकार ने कृत्रिम बारिश कराने की तैयारी की है। यानी क्लाउड सीडिंग (Cloud Seeding) के जरिए प्रदूषण को कम करने की पूरी तरह से कोशिश की जाएगी। सीएम रेखा गुप्ता ने खुद इसकी जानकारी दी है। दरअसल, CPCB के अनुसार अक्षरधाम और आसपास के इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 403 दर्ज किया गया जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है।

क्या है क्लाउड सीडिंग (Cloud Seeding) ?

क्लाउड सीडिंग एक ऐसी तकनीक है जिसमें बादलों के ऊपर जाके कुछ रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है, जो बादलों के अंदर मौजूद नमी को संघनित करके बारिश की बूंदें बनाने में मदद करते हैं। इससे बादलों में मौजूद पानी की बूंदें जमा होकर बारिश के रूप में धरती पर गिरती हैं। क्लाउड सीडिंग के लिए सिल्वर आयोडाइड, पोटेशियम क्लोराइड और सोडियम क्लोराइड जैसे पदार्थों का इस्तेमाल किया जाता है।

कैसे होती है कृत्रिम बारिश?

कृत्रिम बारिश के लिए एयरक्राफ्ट की मदद से सिल्वर आयोडाइड, पोटेशियम क्लोराइड और सोडियम क्लोराइड जैसे पदार्थों को बादलों में पहुंचाया जाता है। ये पदार्थ बादल में मौजूद पानी की बूंदों को जमा देती हैं और बर्फ के छोटे-छोटे टुकड़े आपस में जमकर बारिश के रूप में बरसने लगते हैं।

क्या कभी भी कराई जा सकती है क्लाउड सीडिंग?

क्लाउड सीडिंग उन जगहों पर नहीं हो सकती है, जहां एक भी बादल नहीं हैं। यानी कृत्रिम बारिश के लिए बादलों का होना जरूरी है। क्लाउड सीडिंग के लिए सबसे पहले यह पता लगाया जाता है कि बादल किस दिन रह सकता है और कितनी ऊंचाई पर है।

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कृत्रिम बारिश से प्रदूषण खत्म हो जाएगा?

कृत्रिम बारिश कराने के लिए सही तरीके से क्लाउड सीडिंग कराना जरूरी है। अगर सही से सीडिंग नहीं कराई गई, तो प्रयोग असफल भी हो सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक क्लाउड सीडिंग ठीक ढंग से सफल रहा तो प्रदूषण पर नियंत्रण किया जा सकता है।

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 24 October 2025 at 11:14 IST