अपडेटेड 25 June 2024 at 16:47 IST

जमानत मिल भी जाए तो कम नहीं होगा अरविंद केजरीवाल का संकट, जेल से बाहर आएंगी ये मुश्किलें

अरविंद केजरीवाल जमानत मिलने पर अगर जेल से बाहर आ भी जाते हैं, तो उनकी मुश्किल कम होने वाली नहीं हैं। जानते हैं वो मुद्दे जिनपर मुश्किलों का सामना करना होगा।

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Arvind Kejriwal problems after bail
जमानत मिल भी जाए तो कम नहीं होगा अरविंद केजरीवाल का संकट | Image: PTI

Delhi High Court से सीएम अरविंद केजरीवाल को बड़ा झटका है। हाई कोर्ट ने कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में अरविंद केजरीवाल को जमानत देने के निचली अदालत के आदेश पर मंगलवार को रोक लगा दी। न्यायमूर्ति सुधीर कुमार जैन की अवकाशकालीन पीठ ने कहा कि निचली अदालत ने अरविंद केजरीवाल की जमानत याचिका पर फैसला करते समय विवेक का इस्तेमाल नहीं किया। दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले के बाद ये साफ हो गया है कि अभी अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे।

ED की जमानत रद्द के खिलाफ दाखिल याचिका पर हाई कोर्ट में सुनवाई पूरी होने तक रोक जारी रहेगी। जस्टिस सुधीर कुमार जैन की एकल बेंच ने 20 जून को निचली अदालत से मिली जमानत के फैसले के खिलाफ दाखिल ED की याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने यह फैसला सुनाया है। 21 जून को दिल्ली हाई कोर्ट ने केजरीवाल की जमानत पर अंतरिम रोक लगाई थी। आम आदमी पार्टी (AAP) ने मंगलवार को आए दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले पर असहमत जताई है। पार्टी ने हाई कोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की बात कही है।

दिल्ली हाई कोर्ट ने क्या कहा?

अपना फैसला सुनाते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि ट्रायल कोर्ट के आदेश में PMLA के तहत अनिवार्य शर्तों की ठीक से चर्चा नहीं की गई। दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को लोकसभा चुनाव के लिए जमानत दी थी, एक बार गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली उनकी याचिका हाई कोर्ट द्वारा खारिज कर दिए जाने के बाद यह नहीं कहा जा सकता है कि कानून का उल्लंघन करके उनकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता में कटौती की गई थी। कोर्ट ने यह भी कहा कि निचली अदालत को ED को अपना पक्ष रखने के लिए पर्याप्त अवसर देना चाहिए था।

जमानत मिलने से कम नहीं होगा संकट

अरविंद केजरीवाल जमानत मिलने पर अगर जेल से बाहर आ भी जाते हैं, तो उनकी मुश्किल कम होने वाली नहीं हैं। दिल्ली में जल संकट की वजह से मुश्किल हालात बने हुए हैं। जैसे कोरोना काल में केंद्र सरकार को दिल्ली में उतरना पड़ा था। इस बार फिर दिल्ली सरकार ने केंद्र से मदद मांगी है। जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल के सामने सबसे बड़ी चुनौती जल संकट को दूर करना होगा।

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स्‍वाति मालीवाल केस

स्‍वाति मालीवाल के साथ सीएम आवास में मारपीट का केस अभी तक नहीं सुलझा है। जेल से बाहर आने के बाद भी अरविंद केजरीवाल के लिए स्‍वाति मालीवाल का केस गले की हड्डी बना रहेगा। जिस वक्त मालीवाल ने सीएम आवास में मारपीट का आरोप लगाया, तब दिल्ली सीएम जमानत पर बाहर आए हुए थे। स्वाति मालीवाल, अरविंद केजरीवाल से मिलने ही मुख्यमंत्री आवास गई थीं। उन्होंने मुख्यमंत्री के पीएस बिभव कुमार पर मारपीट का आरोप लगाया है। इस मामले में बिभव कुमार जेल में है। जब तक ये मामला सुलझता नहीं, तब तक बीजेपी केजरीवाल को घेरती रहेगी।

लोकसभा चुनाव सभी सीटों पर हार

हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भी दिल्ली के अंदर आम आदमी पार्टी अपना खाता नहीं खोल पाई। INDI गठबंधन में शामिल अखिलेश यादव, शरद पवार और कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहा, लेकिन केजरीवाल की पार्टी दिल्ली में खाता तक नहीं खोल पाई। जाहिर है, गठबंधन में अरविंद केजरीवाल की हैसियत पर भी इसका प्रभाव जरूर पड़ेगा। दिल्ली की सभी सीटें हारने के बाद वो गठबंधन में अपना रोल तय करने की स्थिति में भी नहीं हैं।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 25 June 2024 at 16:47 IST